
ब्यूरो। श्री लंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। मामला सितंबर 2023 में अपनी पत्नी के सम्मान में आयोजित एक समारोह में शामिल होने के लिए लंदन गए थे, जहां उन्होंने सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया था। विक्रमसिंघे ने दावा किया था कि उनकी पत्नी ने अपनी यात्रा का खर्च स्वयं उठाया था, लेकिन जांच में पाया गया कि सरकारी धन का उपयोग किया गया था। इसके अलावा, उनके बॉडीगार्ड को भी सरकार के खजाने से भुगतान किया गया था।
गिरफ्तारी के मुख्य कारण:
सरकारी धन का दुरुपयोग - विक्रमसिंघे पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए सरकारी फंड का उपयोग किया।
निजी यात्रा के लिए सरकारी पैसे का इस्तेमाल: विक्रमसिंघे की लंदन यात्रा के खर्चों को पूरा करने के लिए सरकारी धन का उपयोग किया गया था।
बॉडीगार्ड के भुगतान : उनके बॉडीगार्ड को भी सरकार के खजाने से भुगतान किया गया था।
विक्रमसिंघे को कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। वह छह बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री रह चुके हैं और 2022 से 2024 तक राष्ट्रपति के रूप में सेवा दी है। उन्हें श्रीलंका को 2022 के आर्थिक संकट से बाहर निकालने का श्रेय दिया जाता है । लेकिन उनकी गिरफ्तारी श्रीलंका के लिए एक बड़ी खबर है । वर्तमान समय में श्रीलंका की आर्थिक हालत काफी खराब है ।

रांची (ऋषभ राजा ) भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट बुच विल्मोर धरती पर आ गई है. सुनीता 8 दिन के मिशन पर स्पेस गई थी लेकिन 286 दिनों तक वहां फंसी रह गई, 9 महीने 14 दिन बाद उनकी वापसी हुई है . बुधवार सुबह एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से फ्लोरिडा के पास समंदर में उतरे .उनकी पहली लैंडिंग समंदर में हुई दुनिया भर में उनकी सुकुशल वापसी की खुशी मनाई जा रही है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और एलन मस्क के स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान ड्रैगन से सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर, निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव पृथ्वी पर लौटे. उनकी धरती पर वापसी के 17 घंटों का सफर बेहद कामयाबी के साथ खत्म हुआ. दरअसल, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून 2024 को परीक्षण यान स्टारलाइनर से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी थी. वहां आठ दिन गुजारने के बाद उनकी वापसी थी, मगर यान में तकनीकी खामी के कारण यह अटक गई थी . इन 9 महीनों में दोनों की बॉडी में क्या बदलाव हुए और क्या दोनों के शरीर पहले जैसे हो पाएंगे? जानते हैं .
9 महीने में सुनीता की बॉडी कितनी बदल गई
इसरो के पूर्व साइंटिस्ट डॉ. विनोद कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, 2022 में नेचर मैगजीन में कनाडा की एक रिसर्च छपी . ओटावा यूनिवर्सिटी की इस स्टडी में कहा गया कि अंतरिक्ष में रहने के दौरान एस्ट्रोनॉट्स के शरीर की 50 फीसदी लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं. और मिशन के चलने तक ऐसा होता रहता है . यानी शरीर में खून की कमी हो जाती है। इसे स्पेस एनीमिया कहा जाता है. ये लाल कोशिकाएं पूरे शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाती हैं.
चांद या मंगल पर यात्रा करना एस्ट्रोनॉट्स के लिए बड़ी चुनौती
इसी वजह से चांद, मंगल या उससे दूर की अंतरिक्ष यात्राएं करना एक बड़ी चुनौती हैं . हालांकि, ऐसा किस वजह से होता है, ये अब तक एक राज ही है . इसके अलावा, अंतरिक्ष में रहने के दौरान यात्रियों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो जाती है. धरती पर लौटने के बाद अंतरिक्ष यात्री कमजोर और थका हुआ महसूस करते हैं .
सबसे ज्यादा दिन तक अंतरिक्ष में रहने वाली तीसरी हस्ती
सुनीता के अंतरिक्ष से धरती पर कदम रखने के साथ ही वह कुल 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने वाली हस्ती बन गई हैं . इसके साथ ही वह एक यात्रा में तीसरी सबसे ज्यादा दिन तक आईएसएस पर बिताने वाली महिला वैज्ञानिक बन गई हैं . इस मामले में सबसे पहले नंबर पर 328 दिनों के साथ क्रिस्टीना कोच हैं .वहीं, पिग्गी वीटस्न 289 दिनों के साथ दूसरे नंबर पर हैं .आईएसएस में एक बार में सबसे ज्यादा 371 दिन अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रूबियो ने बिताए हैं. कुल मिलाकर सबसे ज्यादा दिन बिताने का रिकॉर्ड 675 दिनों के साथ पिग्गी वीटस्न के पास है.















