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सत्ता लोलुपियों ने जब-जब चाहा इस देश को खंडित किया - रंगनाथ महतो
August 15, 2025 | 197 Views
सत्ता लोलुपियों ने जब-जब चाहा इस देश को खंडित किया - रंगनाथ महतो

रांची। बजरंग दल का अखंड भारत संकल्प दिवस बाल्मीकि नगर के स्वामी प्रणवानंद बिरसा मुंडा छात्रावास इंद्रप्रस्थ कॉलोनी जोड़ा तालाब बरियातू रांची में संपन्न हुई। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बजरंग दल के प्रांत संयोजक सह विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त सहमंत्री रंगनाथ महतो  उपस्थित रहे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस देश के सत्ता लोलुपियों ने जब-जब चाहा इस देश को खंडित करने से नहीं चुका। आगे उन्होंने कहा कि भारत दो शब्दों को मिलाकर बना है - भा और रत भा का अर्थ है आभा/प्रकाश और रत का अर्थ है संलग्न अर्थात जो देश ज्ञान रूपी प्रकाश में संलग्न रहा है उसी का नाम भारत वर्ष है। और इसीलिए हमारे पुरखों ने बहुत पहले ही यहां से उद्घोष किया - असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय।
मृत्योर्मामृतं गमय। अर्थात असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर और मृत्यु से अमरत्व की ओर जिस धरा खंड ने चिरकाल से यात्रा करने की साधना की है उसी का नाम भारत वर्ष है। परन्तु अपना देश तीन सौ ईसापूर्व से संघर्ष कर रहा है। इस संघर्ष में छोटी मोटी अनेक जातियां राष्ट्र विरोधी शक्तियों में विलीन हो गईं। कुछ को हमने मार पीट कर भगा दिया तो कुछ को हमने पचा दिया। दुनिया में कोई शक्तिशाली देश था तो वह भारत था। कहते हैं यहां दूध की नदियां बहती थी। परन्तु कालांतर में हमसे अनेक भूलें हुईं फलस्वरूप संपूर्ण जम्बूद्वीप पर शासन करने वाले सिमटते गए। और रही सही कसर सन् 1947 के विभाजन ने कर दिया यह विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था। दस लाख हिन्दुओं की लाशों पर और लाखों हिन्दू माताओं, बहनों की पाशविक बलात्कार की कीमत पर हमें यह खंडित आजादी प्राप्त हुई है। हमारे लिए पंद्रह अगस्त खुशी से ज्यादा दुखी होने का तथा पुनः इस देश को अखंड करने का संकल्प लेने का दिन है। कार्यक्रम का समापन देशभक्ति गीत एवं जयघोष के साथ सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बजरंग दल के पूर्व महानगर संयोजक प्रकाशचंद्र सिन्हा, छात्रावास प्रमुख बीरेंद्र ठाकुर, गणेश जी, सहित छात्रावास के दर्जनों छात्र उपस्थित रहे।


August 15, 2025 | 198 Views
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