
रांची। 15 अगस्त के शुभ अवसर पर सीसीएल मुख्यालय सहित सभी क्षेत्रों में 79वां स्वतंत्रता दिवस धूम-धाम के साथ मनाया गया। सीसीएल के सीएमडी निलेन्दु कुमार सिंह ने सीसीएल गांधीनगर कॉलोनी स्थित महात्मा गांधी क्रीड़ागन में ध्वजारोहण किया एवं सलामी दी। इस अवसर पर सीसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) हर्ष नाथ मिश्र, निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री चंद्र शेखर तिवारी, मुख्य सर्तकता अधिकारी पंकज कुमार, सीआईएसएफ की डीआईजी श्रीमती अनुराधा सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, श्रमिकसंघों के प्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में सीसीएल कर्मी उपस्थित थे। सीएमडी श्री सिंह ने अवसर विशेष पर सुरक्षा बलों एवं विद्यार्थियों के परेडों का निरीक्षण भी किया।
सीएमडी, सीसीएल श्री सिंह ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी और वीर शहीदों के अतुल्य पराक्रम को नमन किया। अपने संबोधन में श्री सिंह ने कहा कि यह दिन केवल आज़ादी का प्रतीक नहीं, बल्कि एक महान राष्ट्र के निर्माण के संकल्प का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सीसीएल न केवल भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है, बल्कि नए भारत के निर्माण और झारखंड के औद्योगिक विकास में भी अहम योगदान दे रहा है।
उन्होंने कंपनी के उपल्बधियों का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले साल सीसीएल ने उत्पादन और प्रेषण में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया, 5,400 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ (PBT) अर्जित किया और 96% ग्रेड कंफर्मिटी दर्ज की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024–25 में 245 हेक्टेयर वृक्षारोपण कर लक्ष्य से अधिक उपलब्धि हासिल की गई, वहीं सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 20 मेगावाट (पिपरवार) और 4 मेगावाट (गिरिडीह) संयंत्र से उल्लेखनीय उत्पादन हो रहा है। अपने संबोधन में भविष्य की परियोजनाएं पर उन्होंने कहा कि सीसीएल में KBP ओसीपी का संचालन प्रारंभ हो चुका है, चंद्रगुप्ता ओसीपी जल्द शुरू होगी तथा आने वाले वर्षों में 14.5 एमटी क्षमता की 5 नई वाशरियां लगाई जाएंगी। न्यू कथारा कोकिंग कोल वाशरी को कोल इंडिया की पहली BOO परियोजना बताया, जिस पर 380 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
पर्यावरण एवं सतत विकास की दिशा में सीसीएल ने ‘Highwall Mining’ तकनीक, मियावाकी पद्धति से पौधारोपण, ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम, फॉग कैनन, और इको-फ्रेंडली कोल हैंडलिंग प्लांट जैसी पहलें अपनाई हैं। साथ ही खदान जल से 2.4 लाख लोगों को पेयजल और सिंचाई की सुविधा मिल रही है। सीएमडी ने सीसीएल के शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए बताया कि ‘नन्हा सा दिल’ योजना से 45,000 बच्चों की हृदय जांच होगी और 500 बच्चों की निःशुल्क सर्जरी होगी। डिजिटल-विद्या, स्टेट लाइब्रेरी, मध्याह्न भोजन रसोई, महिला स्वरोजगार, वृद्धाश्रम, और आश्रय गृह जैसी सीसीएल की पहलों ने हजारों लोगों के जीवन में बदलाव लाया है। सीसीएल के खेल अकादमी कैडेट्स (JSSPS) ने 1,800 से अधिक पदक जीते हैं, जिनमें 15 अंतर्राष्ट्रीय पदक शामिल हैं। कोल इंडिया रांची मैराथन और माइनिंग टूरिज्म को झारखंड की नई पहचान के रूप में सराहा गया।
अंत में श्री सिंह ने सीसीएल परिवार के परिश्रम, समर्पण और ईमानदारी को सलाम करते हुए सभी से सुरक्षा, पारदर्शिता और सतत विकास के मार्ग पर चलते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में सीसीएल के सुरक्षा जवानों, सीआईएसएफ, एनसीसी कैडेट्स एवं विभिन्न स्कूल के बच्चों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान डीएवी, गांधीनगर, केन्द्रीय विद्यालय एवं ज्ञानोदय स्कूल के विद्यार्थियों ने देश-भक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुती दी, जिसे उपस्थित सभी ने खूब सराहा।
इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सीसीएल के आधिकारिक यूट्यूब चॅनेल से किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के कर्मी जुड़े रहे। "कार्यक्रम के दौरान सीएमडी, निदेशकगण, सीवीओ एवं अन्य अतिथियों ने तीन रंगों वाले गुब्बारे उड़ाकर एकता और अखंडता का संदेश दिया।
इसके पूर्व निदेशक (मानव संसाधन) हर्ष नाथ मिश्र ने दरभंगा हाउस परिसर एवं गांधीनगर अस्पताल में ध्वजारोहण किया एवं सभी को स्वतंत्रता दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं दी।