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BCI नियमों को ताक पर रख के ILS, R.U के द्वारा दिया जा रहा गलत डिग्री? बदला जाएगा नाम? 
December 11, 2025 | 229 Views
BCI नियमों को ताक पर रख के ILS, R.U के द्वारा दिया जा रहा गलत डिग्री? बदला जाएगा नाम? 

रांची । इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्ट्डीज, रांची यूनिवर्सिटी में सभी गणमान्य बड़े पदाधिकारियों का छात्रों के साथ हाई लेवल मीटिंग हुआ जिसमें CVS डायरेक्टर मुकुंदचंद्र मेहता, CVS डिप्टी डायरेक्टर स्मृति सिंह, लॉ फैकल्टी डिन पंकज चतुर्वेदी, CCDC के पदाधिकारी P.K Jha के साथ ILS के डायरेक्टर मयंक मिश्रा व कॉर्डिनेटर नीरेश राज मौजूद थे। मीटिंग में छात्रों के द्वारा गलत डिग्री दिए जाने तथा BCI के कई नियमों जैसे उपयुक्त (10) परमानेंट शिक्षकों की कमी, परमानेंट डायरेक्टर ना होना, उपयुक्त मूट कोर्ट का ना होना, लाइब्रेरी में लॉ की पुस्तकों की कमी, इस वर्ष 2025 - 26 का अभी तक यूनिवर्सिटी के द्वारा बजट नहीं दिए जाना तथा लॉ (प्रोफेशनल कोर्स) को वोकेशनल कोर्स के अन्तर्गत रखना जो पूरे देश में केवल रांची यूनिवर्सिटी में है आदि के उल्लंघन के बारे में प्रश्न उठाए गए।  जिसके बाद लॉ फैकल्टी डिन पंकज चतुर्वेदी ने माना कि इंस्टीट्यूट के नाम से दिया जा रहा डिग्री BCI के मानकों के अनुरूप नहीं है तथा जल्द ही इंस्टीट्यूट का नाम बदल कर डिपार्टमेंट किया जाएगा। BCI legal education rule 2008 के अनुसार केवल यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट, एफिलिएटेड कॉलेज में ही लॉ पढ़ाया जा सकता है। यदि नाम बदलना इतना आसान था और पदाधिकारियों को इसके बारे में जानकारी थी तो BBA LLB के 2019- 2024 बैच तथा 2020- 2025 बैच एवं LLM के 2019- 2021 बैच, 2020-2022बैच, 2021-2023बैच, 2022-2024बैच, 2023-2025 बैच को गलत डिग्री क्यों दिया गया?  यह कानूनी रूप से कहां तक वैद्य माना जा सकता है और यूनिवर्सिटी में इसकी जिम्मेवारी किसकी होगी?  
पदाधिकारियों  द्वारा Moot court की बात पर कुछ भी साफ नहीं कहा गया। CCDC के पदाधिकारी ने कहा कि moot court बनाना एक बहुत लंबी प्रक्रिया है और इसमें अभी समय लगेगा । किंतु प्रश्न यह है कि  BCI Legal education rule के अनुसार moot court लॉ कॉलेज की बेसिक फैसेलिटी है तो आज तक उसके बिना यह इंस्टिट्यूट लगभग 6 वर्षों से चल कैसे रहा है? 
छात्रों ने पदाधिकारियों से पूछा कि BCI के द्वारा 13- 08-2025 को मोनोटोरियम नोटिफिकेशन में compliances audit निर्देशित किए जाने के बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन के द्वारा इस तरह  का लापरवाही क्यों बरता जा रहा है? क्या यूनिवर्सिटी लगभग 700 बच्चों के भविष्य से खेलना का कार्य कर रही है? किंतु पदाधिकारियों के द्वारा इसका कोई जवाब नहीं दिया गया कि आगे भी ILS में लॉ course वोकेशनल में ही चलेगा या BCI के compliences कभी किए जाएंगे?


December 11, 2025 | 230 Views
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