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मुख्यमंत्री एक्सीलेंस स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, झारखंड अभिभावक संघ ने सौंपा मुख्यमंत्री को ज्ञापन
August 1, 2025 | 395 Views
मुख्यमंत्री एक्सीलेंस स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, झारखंड अभिभावक संघ ने सौंपा मुख्यमंत्री को ज्ञापन

रांची।झारखंड के विभिन्न जिलों में संचालित मुख्यमंत्री एक्सीलेंस स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर आज झारखंड अभिभावक संघ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक विस्तृत ज्ञापन ईमेल के माध्यम से दिया है। संघ के अध्यक्ष  अजय राय ने बताया कि मुख्यमंत्री एक्सीलेंस स्कूलों की परिकल्पना अत्यंत सराहनीय है, लेकिन शिक्षकों की गंभीर कमी के कारण इन स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति अत्यंत दयनीय होती जा रही है।

ज्ञापन में बताया गया है कि ये स्कूल आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं और सीबीएसई पद्धति पर कक्षा 6 से 12वीं तक की पढ़ाई होती है, लेकिन गणित, विज्ञान, अंग्रेज़ी और कॉमर्स जैसे प्रमुख विषयों में पूर्णकालिक प्रशिक्षित शिक्षकों का अभाव है।

झारखंड पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में किए गए व्यापक भ्रमण और सर्वेक्षण में निम्नलिखित समस्याएं सामने आईं:

कई स्कूलों में विषय-विशेषज्ञ शिक्षक नहीं हैं।

कुछ विद्यालयों में केवल एक या दो शिक्षक के भरोसे पूरी शिक्षा व्यवस्था चल रही है।

CBSE बोर्ड पैटर्न होने के बावजूद प्रयोगशाला, पुस्तकालय और ICT संसाधनों की घोर कमी है।

प्लस टू स्तर के छात्र मानसिक दबाव और शिक्षा संकट का सामना कर रहे हैं।

अभिभावक संघ की प्रमुख माँगें:

विषयवार नियमित शिक्षकों की शीघ्र नियुक्ति की जाए।

नियुक्ति होने तक विषय विशेषज्ञ अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की जाए।

हर विद्यालय की शिक्षक स्थिति की पारदर्शी सूची सार्वजनिक की जाए।

प्लस टू विद्यार्थियों के लिए सप्ताहिक शैक्षणिक समीक्षा प्रणाली लागू हो।

सभी स्कूलों में प्रयोगशाला, पुस्तकालय और ICT आधारित शिक्षण व्यवस्था की गारंटी हो।

जिला प्रशासन को स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता पर मासिक रिपोर्ट देने के लिए बाध्य किया जाए।

श्री अजय राय ने कहा कि यदि सरकार द्वारा शीघ्र सकारात्मक पहल नहीं की जाती है, तो झारखंड अभिभावक संघ राज्यव्यापी जन-जागरूकता अभियान और अभिभावक संवाद श्रृंखला शुरू करेगा।

उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस अत्यंत संवेदनशील विषय पर तुरंत संज्ञान लेते हुए प्रभावी कदम उठाया जाए, ताकि ग्रामीण एवं वंचित तबके के छात्र शिक्षा से वंचित न रहें और राज्य की भविष्य पीढ़ी मजबूत बन सके।


August 1, 2025 | 396 Views
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