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            79 वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर झारखंड वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं
निवेदक - श्रीमति दीपिका पांडे सिंह, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य एवं पंचायती राज विभाग मंत्री,झारखंड सरकार
ब्यूरो। बॉलीवुड में अंग्रेज जमाने के जेलर के नाम मशहूर असरानी का निधन मुंबई में हो गया। वह 84 वर्ष के थे और कई दिनों से वह अस्पताल में भर्ती थे।जानकारी के अनुसार 20 अक्टूबर शाम को उनका निधन हुआ, वह बॉलीवुड में मशहूर कॉमेडियन थे खासकर शोले फिल्म में उनका किरदार अंग्रेज जमाने के जेलर ने उनकी बहुत बड़ी पहचान दी,1967 से फ़िल्म कैरियर शुरू की और कई फिल्मों में कॉमेडियन के रूप में उन्होंने काम किया और एक असीम छाप उन्होंने फिल्मी करियर के रूप में छोड़ी। वही बॉलीवुड कॉमेडियन का मूल नाम गोवर्धन असरानी है और वह राजस्थान के जयपुर के रहने वाले थे। वही निधन की खबर उनके भतीजे के द्वारा दी गई। उनके निधन के बाद बॉलीवुड के तमाम दिग्गजों ने उनको श्रद्धांजलि दी।
ब्यूरो। भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में वापसी का रास्ता साफ कर लिया है। उन्होंने दिल्ली में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की, जिसमें भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और नेता ऋतुराज सिन्हा भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद पवन सिंह की भाजपा में घर वापसी तय मानी जा रही है।
पवन सिंह की भाजपा में वापसी को आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले एनडीए की एकजुटता मजबूत करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। उनकी वापसी से शाहाबाद क्षेत्र में एनडीए को लाभ मिल सकता है, जहां पवन सिंह की लोकप्रियता काफी अधिक है। पवन सिंह के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को राजपूत और कुशवाहा दोनों जातियों के वोट मिल सकते हैं।
पवन सिंह की भाजपा में वापसी के मायने:
- शाहाबाद क्षेत्र में एनडीए को लाभ: पवन सिंह की लोकप्रियता का फायदा एनडीए को शाहाबाद क्षेत्र में मिल सकता है, जहां 22 विधानसभा सीटें हैं।
- राजपूत और कुशवाहा वोटों का समीकरण*: पवन सिंह की वापसी से एनडीए को राजपूत और कुशवाहा दोनों जातियों के वोट मिल सकते हैं, जिससे महागठबंधन के समीकरण कमजोर हो सकते हैं।
आरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना*: पवन सिंह को आरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है, जहां से वर्तमान विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह हैं।
पवन सिंह 5 अक्टूबर को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगे और एनडीए के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
भाजपा से क्यों हुए थे निष्कासित
भोजपुरी स्टार पवन सिंह को लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने पार्टी से निलंबित कर दिया था। मामला काराकाट लोकसभा से उपेन्द्र कुशवाह के विरुद्ध चुनाव लड़ लिया था। इसके कारण उपेंद्र कुशवाहा चुनाव हार गए थे।
ब्यूरो। एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) की बैठक में भारत ने एशिया कप फाइनल के बाद आयोजित मैच अवार्ड सेरेमनी के दौरान ट्रॉफी नहीं सौंपने पर कड़ा ऐतराज जताया है. बीसीसीआई ने ACC अध्यक्ष मोहसिन नकवी की हरकतों को लेकर उन्हें लताड़ लगाई है.
मोहसिन नकवी ने एशिया कप के फाइनल में ट्रॉफी नहीं सौंपी थी, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) सचिव देवजीत सैकिया ने इस हरकत को बचकाना बताया था. देवजीत सैकिया ने कहा कि वह नवंबर में दुबई में होने वाली ICC की बैठक में इस मुद्दे को उठाएंगे ।
मोहसिन नकवी, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष भी हैं, ने हाल ही में ACC अध्यक्ष का पद संभाला है. वह जय शाह की जगह लेंगे, जिन्हें हाल ही में ICC चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
क्यों भागे मोहसिन नक़वी ट्रॉफी और मेडल लेकर
एशिया कप T20 मैच में भारत ने पकिस्तान को बुरी तरीके से हराया। ACC अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने एशिया कप फाइनल के बाद आयोजित मैच अवार्ड सेरेमनी के दौरान भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव के ट्रॉफी नहीं लेने की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। नकवी ने कहा कि वह विनिंग सेरेमनी में इंतजार करते रहे, लेकिन भारतीय कप्तान नहीं आए और न ही उन्हें इस बारे में बताया गया कि भारतीय टीम के कप्तान उनके हाथ से ट्रॉफी लेना नहीं चाहते हैं। जब भारतीय टीम बार-बार नहीं आई, तो वह ट्रॉफी और मेडल लेकर चले गए।
पटना। प्रधानमंत्री मोदी के पूर्णिया दौरे के पूर्व बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है जहां उन्होंने कहा जुमलों की बारिश करने से पूर्व कृपया अपने सभा स्थल से 2-3 किलोमीटर के दायरे में अवस्थित जर्जर ग्रामीण सड़क, शिक्षकविहीन स्कूल, बदहाल स्वास्थ्य केंद्र तथा महिलाओं व युवाओं की जनसमस्या आपको जाननी चाहिए। पूर्णिया के मेडिकल कॉलेज की बदहाल स्थिति कल आपने अवश्य ही देखी होगी।
आपकी एक रैली से बिहार जैसे गरीब राज्य पर 100 करोड़ का भारी-भरकम वित्तीय बोझ पड़ता है। आप बिहार में कई रैलियां कर चुके है। हजारों करोड़ की इतनी बड़ी धनराशि से तो बिहार के स्कूलों की चारदीवारी, खेल के मैदान तथा लड़कियों के लिए स्कूल में अलग से शौचालय का निर्माण हो सकता था, स्वास्थ्य केंद्रों में मानव संसाधन और दवा का प्रबंध हो सकता था।
आपके आने से शिक्षकों से पढ़ाना छुड़वाकर कंडक्टर बना दिया जाता है तथा सरकारी कर्मचारियों, जीविका दीदियों, आशा-ममता, शिक्षा मित्र, विकास मित्र और आंगनवाड़ी सेविका/सहायिकाओं को भीड़ लाने का मुश्किल टारगेट और तनाव दिया जाता है।
प्रधानमंत्री, क्या आपको याद है आपने 11.5 वर्ष पूर्व इसी पूर्णिया जिला से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था? क्या हुआ आपकी उस जुबान का? क्या आप फिर चुनाव पूर्व बिहारवासियों को ऐसे ही झूठ और जुमले बेचने आ रहे है?
प्रधानमंत्री, आप 11 वर्षों की अपनी केंद्र तथा 20 सालों की NDA सरकार की विफलताएं देख जोर-जोर से जंगलराज-जंगलराज कहिए ताकि आपकी असफलताएं और जनहित के मुद्दे इस काल्पनिक शोर में दब जाएं। लेकिन बिहार और बिहारवासी आपके बनावटीपन से अब अच्छे से अवगत हो चुके है इसलिए बिहार में अब फिर झूठ नहीं चलेगा।
नई दिल्ली। एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए हैं, उन्होंने बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों के अंतर से हराया। राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। वह वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और तमिलनाडु से ताल्लुक रखते हैं। यह जीत भाजपा और एनडीए के लिए बड़ी राजनीतिक सफलता मानी जा रही है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणाम:
सीपी राधाकृष्णन: 452 वोट
बी सुदर्शन रेड्डी : 300 वोट
मतदान प्रतिशत : 98.2% (कुल 767 सांसदों में से 752 वोट वैध थे)
-वोटों का अंतर: 152 वोट
सीपी राधाकृष्णन की जीत को दक्षिण भारत की राजनीतिक पहचान और प्रभाव को दर्शाता माना जा रहा है। वह तमिलनाडु की राजनीति में एक सम्मानित नाम हैं और उनके पास चार दशक से अधिक का अनुभव है। वह पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं, जिनमें राज्यसभा सदस्य और विभिन्न समितियों के अध्यक्ष शामिल हैं ।
ब्यूरो। एसआईआर को लेकर सुप्रीम कोर्ट से बड़ा फैसला आया है । जिसमें कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव आयोग का दृष्टिकोण मतदाताओं के हितों के विपरीत है और यह पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने चुनाव आयोग को हटाए गए मतदाताओं के नामों के साथ कारण प्रकाशित करने का निर्देश दिया था। इसके अलावा, कोर्ट ने आधार कार्ड को पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार करने का भी निर्देश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश:
- मतदाताओं की सूची प्रकाशित करना: चुनाव आयोग को हटाए गए मतदाताओं की सूची प्रकाशित करनी होगी, जिसमें कारणों का उल्लेख हो।
- आधार कार्ड को पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार करना: चुनाव आयोग को आधार कार्ड को वैध पहचान पत्र के रूप में मान्यता देनी होगी।
- राजनीतिक दलों को शामिल करना: सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रक्रिया में राजनीतिक दलों को शामिल करके संशोधन को बेहतर बनाने के लिए सुरक्षा-व्यवस्था स्थापित की है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि इस निर्णय से कांग्रेस को एक ऐसा अधिकार मिलता है, जिसकी अनदेखी चुनाव आयोग नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा, "आज चुनाव आयोग पूरी तरह से बेनकाब और बदनाम हो चुका है।
79 वा स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर सभी रांची वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं - बबलू मुंडा, अध्यक्ष केंद्रीय सरना समिति
रांची। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन होने के साथ झारखंड में एक युग का अवसान हो गया। रामगढ़ जिला के गोला प्रखंड स्थित पैतृक गांव नेमरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत शिबू सोरेन का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पिता के पार्थिव शरीर को पारंपरिक रीति- रिवाज तथा रस्म के साथ मुखाग्नि दी। इस दौरान हर किसी की आंखें नम थी। इससे पहले रांची के मोरहाबादी स्थित आवास से दिवंगत शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नेमरा में अंतिम दर्शनार्थ रखा गया। यहां हजारों -हज़ार की संख्या में लोगों ने भावुक और नम आंखों से "गुरुजी" को नमन कर अंतिम विदाई दी।
अंतिम जोहार " के लिए उमड़ा जन सैलाब
क्या आम और क्या खास, दिवंगत शिबू सोरेन के अंतिम जोहार के लिए नेमरा गांव में जन सैलाब उमड़ पड़ा था। उनके अंतिम दर्शन के लिए राज्य के अलग-अलग कोनों से लोग पधारे थे। इनमें अति विशिष्ट व्यक्ति से लेकर आम जन तक, हर कोई शामिल था। हर किसी ने झारखंड राज्य के प्रणेता, पथ प्रदर्शक औऱ मार्गदर्शक दिशोम गुरु जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान हर किसी का दिल उदास, व्यथित और आंखें नम थी।
रो पड़ा पूरा नेमरा
यूँ तो दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन की जानकारी मिलने के बाद से ही उनके पैतृक गांव नेमरा में उदासी और सन्नाटा पसर चुका था। हर कोई गमगीन था। घरों में चूल्हे तक नहीं जले थे। वहीं, बुधवार को जैसे ही दिशोम गुरु  का पार्थिव शरीर  पैतृक आवास पहुंचा, पूरा नेमरा रो उठा। परिजन एवं सगे- संबंधी समेत राज्य के दूर दराज से आए लोगों की आंखों से आंसू छलक रहे थे। सभी ने दिशोम गुरु  को  नमन कर अन्तिम विदाई दी।
 
दिल्ली /रांची। राष्ट्रपति, भारत ,श्रीमती द्रौपदी मुर्मु एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली पहुंचकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु दिवंगत शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री ने दुःख की इस घड़ी में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन , विधायक कल्पना सोरेन और अन्य परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करने की कामना ईश्वर से की।
