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प्राकृतिक पर्व ‘मारांग बुरु’ में भव्य मेला आयोजित
December 5, 2025 | 344 Views
प्राकृतिक पर्व ‘मारांग बुरु’ में भव्य मेला आयोजित

सोनाहातु। सेरेंगहातु गाँव के समीप पारंपरिक मारांग बुरु पर्व के अवसर पर इस वर्ष भी भव्य मेला का आयोजन बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ किया गया। सुबह से ही गाँव और आसपास के क्षेत्रों के लोग प्राकृतिक पूजा–स्थल पर जुटने लगे। पाहान द्वारा विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना की गई। पाहान ने बताया कि “मारांग बुरु” का अर्थ होता है— बड़ा पहाड़, और इस पूजा को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। स्थानीय परंपरा के अनुसार, यहाँ की प्रथम पूजा के बाद ही किसी अन्य स्थान पर पर्व की पूजा आरंभ की जाती है।

पूजा के दौरान पारंपरिक अनुष्ठानों, ढोल–नगाड़ों और सांस्कृतिक रीति-रिवाजों ने वातावरण को पावन बना दिया। इधर मेला परिसर में ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। तरह–तरह के दुकानों, स्थानीय खाद्य-पदार्थों, झूले और सांस्कृतिक आयोजन मेला की शोभा बढ़ा रहे थे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रखंड प्रमुख विक्टोरिया देवी ज्योत्स्ना केरकेट्टा, तथा अंचल अमीन डोमेन अहिर उपस्थित थे। मंच पर डोमेन अहिर ने अपने गायन और बांसुरी वादन से उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। उनके प्रस्तुति के दौरान पूरा वातावरण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

ग्राम प्रधान, मुखिया, सामाजिक प्रतिनिधि तथा हज़ारों की संख्या में ग्रामीण उत्साहपूर्वक मेले में शामिल हुए। सभी ने इस परंपरा को प्रकृति और आदिवासी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण प्रतीक बताते हुए इसे संरक्षित रखने पर जोर दिया।

मारांग बुरु पर्व और मेला न सिर्फ धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह ग्रामीण समाज को एकता, परंपरा और सांस्कृतिक पहचान से जोड़े रखने वाला महत्वपूर्ण अवसर भी है।


December 5, 2025 | 345 Views
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