सोनाहातु। प्रखंड का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखने वाला सती घाट एक बार फिर क्षेत्रीय चर्चा का केंद्र बन गया है। यहां जल्द ही गंगा मंदिर के भव्य निर्माण कार्य की शुरुआत होने जा रही है, जिसका स्थानीय लोगों को लंबे समय से इंतजार था। जानकारी के अनुसार, मंदिर निर्माण की तैयारियाँ लगभग पूरी हो चुकी हैं और अब अंतिम चरण की औपचारिकताएँ की जा रही हैं।
समाजसेवी हिमांशु कुमार ने बताया कि मंदिर के डिजाइन और संरचना को अंतिम रूप देने के लिए बाहर से एक विशेष आर्किटेक्ट्स टीम को बुलाया गया है। यह टीम शीघ्र ही स्थल का निरीक्षण करेगी, जिसके बाद निर्माण कार्य को आधिकारिक रूप से आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग से यह मंदिर बनने जा रहा है, जो अपने आप में पंच परगना क्षेत्र के लिए एक गौरवपूर्ण पहल है।
हिमांशु कुमार ने यह भी बताया कि यह पंच परगना क्षेत्र का पहला गंगा मंदिर होगा, जो पूरी तरह से स्थानीय लोगों के योगदान और भावनात्मक लगाव के आधार पर बनाया जाएगा। गांव-गांव में इसके लिए बैठकें हो रही हैं और लोग श्रमदान से लेकर आर्थिक सहयोग तक हर संभव सहायता दे रहे हैं।
स्थानीय निवासियों में मंदिर को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। ग्रामीणों का मानना है कि गंगा मंदिर का निर्माण न केवल आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि इससे सती घाट की धार्मिक महत्ता और भी बढ़ेगी। साथ ही, इसके बनने से क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आसपास के इलाकों में आर्थिक गतिविधियाँ भी तेज होंगी।
सती घाट पहले से ही श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र स्थल माना जाता है, और गंगा मंदिर के निर्माण से यह तीर्थ स्थल और अधिक आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। ग्रामीणों की उम्मीद है कि मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी, जिससे क्षेत्र की पहचान पूरे राज्य में और मजबूत होगी।
मंदिर निर्माण समिति आगामी दिनों में निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत की तिथि की घोषणा कर सकती है। फिलहाल ग्रामीण और समाजसेवी मिलकर इस पवित्र कार्य को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।