रांची। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, रांची मंजूनाथ भजंत्री एवं वरीय पुलिस अधीक्षक राँची की संयुक्त अध्यक्षता में दिनांक-13 सितंबर 2025 को समाहरणालय ब्लॉक-बी स्थित सभागार में आगामी दुर्गापूजा पर्व को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर केन्द्रीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई।
आगामी दुर्गा पूजा उत्सव को शांतिपूर्ण, सुव्यवस्थित और समावेशी तरीके से मनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों पर चर्चा किया गया। बैठक में विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और समिति सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी की, जिससे उत्सव की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ठोस योजनाएं तैयार की गईं।
बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी राजेश्वरनाथ आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी सदर उत्कर्ष कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर अजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, प्रवीण पुष्कर, अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं विभिन्न दुर्गा पूजा समिति एवं शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे।
पूजा समितियों के सुझाव
बैठक में पूजा समितियों के सदस्यों ने साफ-सफाई, जलापूर्ति, निर्बाध बिजली, महिला आरक्षियों की प्रतिनियुक्ति, पूजा पंडालों में बैरिकेडिंग, विसर्जन हेतु वाहनों की उपलब्धता आदि व्यवस्थाओं को लेकर सुझाव दिए।
बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी दुर्गा पूजा उत्सव को शांतिपूर्ण, सुव्यवस्थित और समावेशी तरीके से मनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों पर चर्चा किया गया। बैठक में विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और समिति सदस्यों ने सक्रिय भागीदारी की, जिससे उत्सव की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ठोस योजनाएं तैयार की गईं।
दुर्गा पूजा, जो झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस वर्ष 2025 में और भी भव्य रूप से मनाई जाएगी, लेकिन इसके साथ ही सामाजिक सद्भाव और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
शांति और सद्भाव बनाए रखना
समिति सदस्यों ने सभी पूजा समितियों को निर्देश दिए कि उत्सव के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाहों या विवादों से बचें। सोशल मीडिया पर फेक न्यूज को रोकने के लिए विशेष निगरानी टीम गठित की जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था
जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रमुख स्थलों में सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन सर्विलांस और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
यातायात और पार्किंग प्रबंधन
रांची शहर के प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक कंट्रोल के लिए प्लान तैयार किया गया। पूजा पांडालों के आसपास पार्किंग जोन निर्धारित किए जाएंगे ताकि आम जनता को असुविधा न हो।
समुदाय भागीदारी
विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों को आमंत्रित किया गया, ताकि उत्सव में सभी समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित हो।केंद्रीय शांति समिति के एक प्रमुख सदस्य ने कहा, "दुर्गा पूजा न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। हम सभी मिलकर सुनिश्चित करेंगे कि 2025 का उत्सव यादगार और शांतिपूर्ण बने। प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा।
रांची जिला प्रशासन ने कहा यह बैठक दुर्गा पूजा की तैयारियों का एक महत्वपूर्ण कदम है। हम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे सहयोग करें और किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करें।
उपायुक्त द्वारा निम्न निर्देश दिए गए
(1) दुर्गापूजा के दौरान विधि-व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
(2) सभी पूजा समितियां बिजली के लोड, वायरिंग एवं फायर सेफ्टी की व्यवस्था सुनिश्चित कर संबंधित पदाधिकारी से एनओसी प्राप्त करें।
(3) असामाजिक तत्वों के खिलाफ प्रशासन जीरो टॉलरेंस अपनाएगा।
(4) पंडालों में सीसीटीवी कैमरे, वॉलिंटियर्स के आईडी कार्ड एवं यूनिफॉर्म की व्यवस्था करें।
(5) थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के पंडालों से निरंतर संपर्क में रहें, बिना पुलिस बल के कोई विसर्जन न हो।
(6) विसर्जन के वाहनों की फिटनेस जांच, चालक की पड़ताल एवं शराब सेवन पर कड़ी पाबंदी।
(7) संदिग्ध वस्तु मिलने पर तत्काल पुलिस को सूचना दें।
(8) सर्वोत्तम समन्वय और सुरक्षा व्यवस्था करने वाली पूजा समिति को पुरस्कृत किया जाएगा।
(9) लाउडस्पीकर एवं डीजे का उपयोग नियमानुसार हो, ध्वनि प्रदूषण एवं आपत्तिजनक गीतों से परहेज किया जाए।
(10) पंडाल निर्माण के कारण यातायात बाधित न हो।
वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने निम्न निर्देश दिए
(1) पूजा समितियां प्रशासन की आंख, कान, नाक और पैर हैं, सहयोग से ही शांति व्यवस्था संभव है।
(2) बिजली की वायरिंग को हल्के में न लें, सुरक्षा सर्वोपरि है।
(3) प्रत्येक समिति अपने 5-5 वॉलिंटियर्स को प्रशिक्षण में भेजे और उनकी सूची स्थानीय थाना प्रभारी को सौंपे।
(4) सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश या वीडियो शेयर न करें, पुलिस कंट्रोल रूम को तत्काल सूचित करें।
(5) धर्म-संप्रदाय के नाम पर माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
(6) पंडालों में महिला एवं पुरुषों के लिए अलग प्रवेश व्यवस्था, तोरण द्वार की स्वयं जांच और साफ छवि वाले युवाओं को वॉलिंटियर्स बनाने पर बल।
(7) महिला पुलिस बल की तैनाती की जाएगी, समितियां महिला वॉलिंटियर्स भी नियुक्त करें।
बैठक अपर नगर आयुक्त ने आश्वस्त किया कि समितियों के सुझावों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त भजंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन 24 घंटे जनता के सहयोग के लिए तत्पर है और सभी विभागीय पदाधिकारी पूजा समितियों के सुझावों पर अमल करेंगे।