रांची: पारस एचईसी हॉस्पिटल, रांची ने कैंसर मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य पहल की घोषणा की है। हॉस्पिटल के पारस कैंसर सेंटर में अब वे मरीज, जो किसी अन्य हॉस्पिटल में कैंसर इलाज करा रहे हैं और अतिरिक्त विशेषज्ञ सलाह लेना चाहते हैं, तो पारस हॉस्पिटल में निःशुल्क दूसरी मेडिकल सलाह प्राप्त कर सकेंगे।
इसके लिए हॉस्पिटल में बहुविषयक विशेषज्ञों की टीम कैंसर ट्यूमर बोर्ड बनाई गई है, जो मरीज की मेडिकल रिपोर्ट और जांचों की विस्तृत समीक्षा कर सामूहिक व सटीक परामर्श उपलब्ध कराएगी। इसमें ऑन्कोलॉजी, सर्जरी, रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के वरिष्ठ डॉक्टर शामिल हैं।
मरीज हेल्पलाइन नंबर 8080808069 पर संपर्क कर अपना अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं। इसके बाद ट्यूमर बोर्ड रिपोर्ट का विश्लेषण कर उन्हें निःशुल्क दूसरी राय प्रदान करेगा—चाहे उनका इलाज वर्तमान में किसी भी हॉस्पिटल में चल रहा हो।
हॉस्पिटल के फैसिलिटी निदेशक डॉ. नीतेश कुमार ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य मरीजों को बेहतर निर्णय लेने में मदद करना है, ताकि वे विभिन्न उपचार विकल्पों को समझकर सही दिशा चुन सकें। उन्होंने कहा कि पारस एचईसी हॉस्पिटल में एक ही छत के नीचे कैंसर उपचार की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनका लाभ झारखंड सहित पड़ोसी राज्यों के मरीज भी उठा रहे हैं।
राँची । जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज दिनांक-16 दिसंबर 2025 को उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, राँची मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में सभी संबंधित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ जूम प्लेटफॉर्म पर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजित की गई।
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, उत्कर्ष कुमार, अपर समाहर्ता राँची, रामनारायण सिंह, अपर जिला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था राँची, राजेश्वर नाथ आलोक एवं सम्बंधित सभी अंचल अधिकारी ऑनलाइन उपस्थित थे।
बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले के विभिन्न जलाशयों (वाटर बॉडीज) में हो रहे अतिक्रमण को पूर्णतया मुक्त कराने तथा जल स्रोतों के संरक्षण हेतु ठोस कार्य योजना तैयार करना था।
बैठक में उपायुक्त ने जिले के प्रमुख जलाशयों जैसे कांके डैम, हटिया डैम, गेतलसूद डैम, हरमू नदी, हिनू नदी, तथा अन्य तालाबों एवं जल स्रोतों की वर्तमान स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अंचल अधिकारियों तथा राजस्व विभाग के अधिकारियों से अतिक्रमण की स्थिति, अब तक की गई कार्रवाइयों तथा आगे की कार्ययोजना पर विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
जलाशयों के आसपास अवैध अतिक्रमण को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जलाशयों के आसपास अवैध अतिक्रमण को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी संबंधित विभागों को संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई त्वरित गति से पूरी करनी है। उन्होंने अपर समाहर्ता को सभी अंचल अधिकारियों के लिए रोस्टर तैयार करने तथा नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, जलाशयों की मूल सीमा (राजस्व नक्शे के अनुसार) को चिह्नित कर अतिक्रमण मुक्त क्षेत्र को संरक्षित करने पर बल दिया गया।
राँची जिले के सभी जलाशयों को एक सप्ताह में अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा
उपायुक्त ने कहा कि जल स्रोतों का संरक्षण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अतिक्रमण न केवल जल भंडारण को प्रभावित करता है बल्कि पर्यावरण एवं भूजल स्तर पर भी प्रतिकूल असर डालता है। जिला प्रशासन दृढ़ संकल्पित है कि राँची जिले के सभी जलाशयों को शीघ्र अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा तथा इनका सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।
नागरिकों से अनुरोध है कि वे जलाशयों के आसपास किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न करें तथा प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।
जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण अभियान में जन सहयोग की भी अपील की गई है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे जलाशयों के आसपास किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न करें तथा प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।
रांची। मंगलवार को कांके प्रखंड के पंचायत सचिवालय - बोडेया में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रांची द्वारा चलाए जा रहे Action Against Child Marriage Campaign.* कार्यक्रम को सफल बनाया गया । जिसमें Mrs. Rajesh Kumar Singh, Deputy LADCS, DLSA, Ranchi.एवं विधि के छात्र- छात्रा,मुखिया- सोमा उरांव, पंचायत सचिव - रजनी कुमारी,* एवं जन प्रतिनिधि द्वारा बाल विवाह अधिनियम, 2006 के तहत कानूनी अधिकारों के बारे में समुदायों को संवेदनशील बनाने के लिए जागरूकता और किस उम्र सीमा में विवाह करने के बारे आम जानों एवं वहां पर उपस्थित लोगो को जागरूक किया गया । जिसमें मुख्य बाते:-
1. 18 साल से कम उम्र की लड़की और 21 साल से कम उम्र के लड़के का विवाह बाल विवाह कहलाता है।
2. शिक्षा बाधित होती है, जिससे भविष्य अंधकारमय होता है।
3. घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार का खतरा बढ़ जाता है,
4. कम उम्र में गर्भावस्था और प्रसव से माँ और बच्चे दोनों को गंभीर स्वास्थ्य जोखिम।
5. आर्थिक रूप से पति पर निर्भरता।
6. समाधान/रोकथाम: जागरूकता बढ़ाना, लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना, कानून का कड़ाई से पालन, और बाल संरक्षण सेवाओं (जैसे हेल्पलाइन 1098) का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।इस कार्यक्रम में जॉब कार्ड वृद्धा पेंशन की स्वीकृति पत्र अधिवक्ता के माध्यम से वितरीत किया गया है एवं बोडेया पंचायत के पीएलवी - मोo आमिर सुहैल एवं कांके प्रखंड के पीएलवी- जमील अख्तर, राजेंद्र महतो, भानु देवी, बबीता देवी, देवंती देवी, फुलेश्वरी देवी, सरिता देवी, सीमा देवी , शारदा देवी, मालती देवी, भारती सहदेव उपस्थित थे।
बोधगया (बिहार), 16 दिसंबर 2025 — संत विनोबा भावे द्वारा संस्थापित आचार्यकुल का तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन बोधगया, बिहार में आयोजित हुआ, जिसमें संपूर्ण विश्व के विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधियों, शिक्षाविदों एवं विद्वानों ने भाग लिया। सम्मेलन का भव्य उद्घाटन विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. चंद्रभूषण शर्मा ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर झारखंड से पधारे शिक्षाविदों का विशेष स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। झारखंड राज्य आचार्यकुल के प्रदेश मंत्री डॉ. ओमप्रकाश ने जानकारी दी कि सम्मेलन के दौरान आरटीसी बी.एड. कॉलेज, रांची की प्राचार्या डॉ. ऋचा पद्मा को शिक्षा एवं शिक्षक-प्रशिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए शिक्षा कर्मवीर सम्मान से मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।
सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. ऋचा पद्मा ने इसे समस्त शिक्षक समुदाय के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि यह सम्मान उन्हें मूल्यपरक, नवाचारी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए और अधिक प्रतिबद्ध होकर कार्य करने की प्रेरणा देता है।
तीन दिवसीय इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में गणित एवं शिक्षा शास्त्र के प्रख्यात विद्वान डॉ. सुबोध कुमार, डॉ. ओमप्रकाश उपाध्याय, डॉ. रवि कुमार सिंह, डॉ. वासुदेव प्रसाद, डॉ. जंग बहादुर पांडे, डॉ. रामजी यादव, डॉ. चमन सिंह ठाकुर, डॉ. नीतू सिंह, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. जयंत मिश्रा सहित देश-विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षक, समीक्षक, शिक्षाविद एवं संस्थापक उपस्थित रहे।सम्मेलन के तकनीकी सत्रों में शिक्षा, गणित, शिक्षक-प्रशिक्षण, नैतिक एवं मूल्यपरक शिक्षा पर व्यापक विमर्श हुआ। कार्यक्रम का समापन शैक्षणिक एकता, वैश्विक सहभागिता और राष्ट्र निर्माण के संकल्प के साथ हुआ।
वाराणसी। शहर के कॉलेज रोड निवासी अशोक कुमार साह एवं शोभा देवी के पुत्र अमन कुमार होली को प्रतिष्ठित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के 105वें दीक्षांत समारोह में एम.ए. हिंदी साहित्य की उपाधि प्रदान की गई।
अमन कुमार होली ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एन. आर. पी. सेंटर से प्राप्त की। इसके पश्चात उन्होंने वर्ष 2018 में पूर्व रेलवे उच्च विद्यालय, साहिबगंज से मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्ष 2020 में उन्होंने साहिबगंज महाविद्यालय से विज्ञान संकाय में बारहवीं की शिक्षा पूर्ण की तथा वर्ष 2023 में हिंदी साहित्य से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
अमन ने बताया कि बचपन से ही हिंदी साहित्य में गहरी रुचि होने के कारण उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से ही हिंदी में स्नातकोत्तर अध्ययन का लक्ष्य निर्धारित किया। वर्ष 2023 में सीयूईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर उन्होंने बीएचयू में एम.ए. हिंदी साहित्य में नामांकन लिया। उल्लेखनीय है कि अमन ने यूजीसी नेट (असिस्टेंट प्रोफेसर) की परीक्षा तीन बार सफलता पूर्वक उत्तीर्ण की है।
शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ अमन को लेखन के क्षेत्र में भी विशेष रुचि है। उन्होंने विभिन्न साहित्यिक मंचों पर अपनी काव्य प्रतिभा का परिचय दिया है। उनकी वाराणसी केंद्रित उपन्यास ‘बनारसीपन’ तथा काव्य संग्रह ‘परंपरा से मुठभेड़’ वर्तमान में प्रकाशनाधीन हैं।
अमन का मानना है कि साहित्य, संगीत और कला व्यक्तित्व को निखारने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम हैं। इनके माध्यम से जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है और समाज व मानवता के लिए कार्य करने के अवसर प्राप्त होते हैं। उन्होंने युवाओं में घटती पुस्तक-पठन संस्कृति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज का युवा इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर अत्यधिक निर्भर होता जा रहा है, जो कला, सृजनशीलता और परिश्रम को प्रभावित कर रहा है।
सामाजिक एवं राष्ट्रीय गतिविधियों में भी अमन की सक्रिय भागीदारी रही है। उन्होंने जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के अनेक कार्यक्रमों में जिले का नेतृत्व किया है। इनमें नेशनल इंटीग्रेशन कैंप, राष्ट्रीय युवा महोत्सव, राज्य स्तरीय युवा महोत्सव, गणतंत्र दिवस परेड (कर्तव्य पथ) में वाटर वॉरियर के रूप में नेतृत्व तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान से बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन में गंगा प्रहरी स्पीयरहेड ट्रेनिंग प्रमुख हैं।
अपनी सफलता का श्रेय अमन कुमार होली ने अपने सभी गुरुजनों, माता-पिता, बहन बेबी गुप्ता एवं आंचल कुमारी, तथा अपने मित्रों और शुभचिंतकों को दिया है।
रांची। हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (एच.ई.सी) के मजदूरों की स्थिति लगातार बद से बदतर होती जा रही है। मजदूर नेता रमा शंकर प्रसाद ने भेल के निदेशक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि एच.ई.सी कर्मियों का खुलेआम शोषण किया जा रहा है। हालात यह हैं कि कर्मचारियों का लगभग 28 महीने का वेतन बकाया हो चुका है, जबकि पिछले कई महीनों से उत्पादन में निरंतर वृद्धि दर्ज की जा रही है।
उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ने के बावजूद मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा। कर्मचारी भूखे पेट काम करने को मजबूर हैं, जबकि कंपनी को जो भी आय हो रही है, उसे प्रबंधन द्वारा पहले वेंडरों और बैंकों के भुगतान में खर्च किया जा रहा है। मजदूरों को प्राथमिकता सूची से बाहर कर दिया गया है।
तीन-चार महीने में सिर्फ 15 दिन का वेतन
मजदूरों को तीन-चार महीने में महज 15 दिन का वेतन दिया जाता है। वह भी पूरी राशि नहीं मिलती। सीपीएफ लोन और अन्य कटौतियों के कारण किसी कर्मचारी के खाते में 5 हजार तो किसी के खाते में मात्र 6 हजार रुपये ही पहुंच पाते हैं। इतने कम पैसों में परिवार चलाना मजदूरों के लिए असंभव हो गया है।
केंद्र में पीठ थपथपाने का आरोप
रमा शंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि एच.ई.सी प्रबंधन केंद्र सरकार के समक्ष यह दावा कर रहा है कि मजदूरों को समय पर वेतन दिया जा रहा है, जबकि जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। मजदूरों की पीड़ा और समस्याओं को छिपाकर झूठी तस्वीर पेश की जा रही है।
सुविधाएं एक-एक कर मौखिक रूप से बंद उन्होंने बताया कि जब से भेल के निदेशक ने एच.ई.सी में पदभार संभाला है, तब से मजदूरों को मिलने वाली लगभग सभी सुविधाएं मौखिक आदेश पर बंद कर दी गई हैं।
जनवरी 2024 से वेतन स्लिप बंद ,सीपीएफ लोन की सुविधा ठप , इनकैशमेंट पर रोक , कैंटीन सुविधा बंद , सेफ्टी उपकरण उपलब्ध नहीं , प्रोत्साहन राशि (इंसेंटिव) नहीं , प्रमोशन पूरी तरह से रोक दिया गया
आंदोलन की चेतावनी
मजदूर नेता ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही बकाया वेतन का भुगतान नहीं किया गया और मजदूरों की सुविधाएं बहाल नहीं की गईं, तो एच.ई.सी के मजदूर बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन और भेल के निदेशक की होगी। यह खबर न सिर्फ एच.ई.सी मजदूरों की पीड़ा को उजागर करती है, बल्कि सरकारी उपक्रमों में मजदूर हितों की अनदेखी पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निदेशानुसार रांची शहर में आवागमन व्यवस्था, नागरिक सुविधाओं तथा आमजन के जीवन को और अधिक सुगम, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से उपायुक्त-सह जिला दंडाधिकारी, रांची श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई।
उपायुक्त कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में आयुक्त, रांची नगर निगम सुशांत गौरव, वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची राकेश रंजन, पुलिस अधीक्षक नगर गौतम राणा, पुलिस अधीक्षक यातायात राकेश सिंह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्रवीन पुष्कर , अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) राजेश्वरनाथ आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी सदर उत्कर्ष कुमार, अपर समाहर्ता, रांची राम नारायण सिंह, उपसमाहर्ता नजारत सुदेश कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी अखिलेश कुमार सहित नगर निगम एवं सूडा के संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने, प्रमुख सड़कों एवं चौक-चौराहों पर यातायात को सुचारु करने, बेतरतीब ढंग से लगे बिजली के खंभों एवं उन पर लटके तारों को व्यवस्थित करने तथा विभिन्न मार्गों पर अनावश्यक कट्स को बंद करने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। इस क्रम में उपायुक्त-सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा गया कि शहर की सुंदरता, सुरक्षा और आम नागरिकों की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उपायुक्त-सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने बिजली के खंभों पर लटके अव्यवस्थित तारों को शीघ्र व्यवस्थित करने हेतु टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया, ताकि संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके और शहर की छवि बेहतर बनाई जा सके।
इसके अतिरिक्त, शहर में टोटो परिचालन के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो, इसे लेकर उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने जिला परिवहन पदाधिकारी को टोटो संघ के साथ बैठक कर मार्ग निर्धारण, परिचालन अनुशासन एवं यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया। इसका उद्देश्य टोटो चालकों एवं आम नागरिकों के बीच संतुलन बनाते हुए सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना है। उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा पुनः टोटो चालकों के लिए यूनिफॉर्म और वाहन के पीछे चालक का नाम और मोबाइल नंबर बड़े अक्षरों में लिखवाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
महिला सुरक्षा को लेकर उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री ने विशेष निर्देश देते हुए कहा कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों के आसपास एवं रात्रिकालीन समय में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने महिला सुरक्षा से संबंधित मामलों पर त्वरित कार्रवाई, नियमित पेट्रोलिंग, संवेदनशील स्थानों की पहचान तथा आवश्यकतानुसार निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए, ताकि महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।
बैठक में शहर को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए संबंधित अंचल अधिकारियों को नगर निगम की टीम के साथ प्रभावी समन्वय स्थापित करते हुए संयुक्त रूप से कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया, ताकि सड़कों, फुटपाथों एवं सार्वजनिक स्थलों पर अवैध अतिक्रमण हटाकर आमजन को सुगम एवं सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला प्रशासन रांची शहर को अतिक्रमण मुक्त, यातायात की दृष्टि से सुगम, नागरिकों के लिए सुरक्षित तथा सौंदर्यपूर्ण बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य करेगा। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि हर शहरवासी को सम्मान के साथ बेहतर जीवन सुविधाएँ उपलब्ध हों और रांची एक सुव्यवस्थित एवं आदर्श शहर के रूप में विकसित हो।
रांची। शनिवार समय करीब 17.00 बजे वरीय पुलिस अधीक्षक महोदय, राँची को गुप्त सूचना मिला कि सुखदेवनगर थाना अन्तर्गत किशोरगंज रोड नंबर 09, थाना सुखदेवनगर जिला राँची स्थित सुजीत राय अपने घर के पास अवैध मादक पदार्थों का खरीद बिक्री हो रही है। उक्त सूचना के आलोक में पुलिस अधीक्षक महोदय, नगर, राँची के नियंत्रण में एवं पुलिस उपाधीक्षक कोतवाली के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। गठित छापामारी टीम के द्वारा सुखदेवनगर थाना अन्तर्गत किशोरगंज रोड नंबर 09, थाना सुखदेवनगर जिला राँची स्थित सुजीत राय के घर पहुंचा। घर पर एक पुरूष एवं महिला को गांजा के साथ पकड़ा गया जिन्होंने अपना नाम क्रमशः 1) सुजीत राय, उम्र करीब 36 वर्ष, पिता अर्जुन राय, तथा 2) रबिता देवी, उम्र करीब 32 वर्ष, पति सूजीत राय, दोनो सा०- किशोरगंज रोड नंबर 09, थाना सुखदेवनगर जिला राँची को पकड़ा गया। पकडाये गये व्यक्तियों को एन०डी०पी०एस० एक्ट के अधीन नियमों का अनुपालन करते हुए विधिवत उनके शरीर की तलाशी ली गई। तलाशी के क्रम में पकडाये गये व्यक्ति सुजीत राय एव रबिता देवी के कमरे से क्रमशः 1) गांजा कुल वजन- 1.010 कि0ग्रा0 सहित अन्य समानो को विधिवत बरामद किया गया तथा जप्त किये गये मादक पदार्थ गांजा के संदर्भ में उपरोक्त पकडाये गये दोनो व्यक्तियों के द्वारा स्वयं स्वीकार किया कि यह मादक पदार्थ गाँजा है जिसको बिक्री करने का काम करते है। तत्पश्चात उपरोक्त दोनो व्यक्तियों को विधिवत गिरफ्तार किया गया। इस संबंध में सुखदेवनगर थाना कांड संख्याः 654/25, दिनांक 13.12.2025, धाराः 20(b)(ii)/22 एन०डी०पी०एस० एक्ट के तहत कांड दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्त सुजीत राय पूर्व में भी गांजा के साथ गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है।
गिरफ्तार प्राथमिकी अभियुक्त का नाम पता-
1) सुजीत राय, उम्र करीब 36 वर्ष, पिता अर्जुन राय, तथा
2) रबिता देवी, उम्र करीब 32 वर्ष, पति सूजीत राय, दोनो सा०- किशोरगंज रोड नंबर 09, थाना सुखदेवनगर जिला राँची
अपराधिक इतिहासः- प्राथमिकी अभियुक्त सुजीत राय का अपराधिक इतिहासः-
1) सुखदेवनगर थाना काड संख्या:- 449/21, धाराः- 20(B) (ii) (A) NDPS ACT मे आरोप पत्रित है।
काड में बरामद सामानों की सची
1) गांजा कुल वजन- 1.010 कि0ग्रा0,
(2) कुल राशि-7520/- रुपये,
3) पैकिंग पलास्टिक, 4) एक मोमबत्ती, 5) दो माचीस, 6) एक वेट मशीन बोल्ट के0एस 002 कंपनी,
7) एक काला रंग का NTORQ TVS स्कूटी रजि0नं0 JH01GH0835 तथा
8) एक मोबाईल काला रंग का Realme (Narzo) जिसमें Jio कंपनी का Sim नं0 9508224664 लगा हुआ जिसका IMEI-(i
)-867466065699311; (II) 867466065699303
छापामारी में शामिल पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों का नामः-
1. प्रकाश सोय, पुलिस उपाधीक्षक कोतवाली राँची।
2. सुनील कुमार कुशवाहा, पु०नि० सह थाना प्रभारी, सुखदेवनगर थाना, राँची।
3. सहाबीर उराँव, पु०अ०नि०, सुखदेवनगर थाना, राँची।
4. प्रकाश सिंह, पु०अ०नि०, सुखदेवनगर थाना, राँची
5. रेणुका टुडु, पु०अ०नि० सह महिला थाना प्रभारी, राँची।
6. आरक्षी 1818 मुन्ना लाल गुप्ता, अंगरक्षक, सुखदेवनगर थाना, राँची
7. महिला आरक्षी 1314 ममता इंदु, सुखदेवनगर थाना, राँची
8. महिला आरक्षी 3684 रुपमणी, सुखदेवनगर थाना, राँची
सोनाहातू।झारखंड शिक्षा परियोजना, सोनाहातू के तत्वावधान में शनिवार को रांची में जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सोनाहातू प्रखंड के मुखिया विकास सिंह मुंडा को सम्मानित किया गया। खास बात यह रही कि उन्हें यह सम्मान लगातार दूसरी बार प्रदान किया गया।
सम्मेलन में शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने, बच्चों की नियमित उपस्थिति तथा शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम के दौरान विकास सिंह मुंडा द्वारा पंचायत स्तर पर शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु किए गए प्रयासों की सराहना की गई।
सम्मान प्राप्त करने के बाद मुखिया विकास सिंह मुंडा ने कहा कि यह उपलब्धि पूरी पंचायत और शिक्षा से जुड़े सभी लोगों की सामूहिक मेहनत का परिणाम है। उन्होंने भविष्य में भी शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।
सम्मेलन में जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए मुखिया, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित
बुंडू । धुर्वा मोड़ स्थित मौसी बाड़ी परिसर में मानव सेवा संस्था के तत्वावधान में एक विशाल रक्तदान शिविर सह निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का सफल आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन निरीक्षक रामकुमार वर्मा एवं खुशबू वर्मा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ उपस्थित रहे।
इस अवसर पर एसडीएम मुकेश मछुआ ने कहा कि रक्तदान महादान है। प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को आगे आकर रक्तदान करना चाहिए। इससे न केवल रक्तदाता का स्वास्थ्य बेहतर रहता है, बल्कि जरूरतमंद मरीजों को समय पर जीवनरक्षक रक्त भी उपलब्ध हो पाता है। उन्होंने रक्तदाताओं की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के सामाजिक एवं मानवीय आयोजन समाज के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
शिविर में स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कुल 115 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया, जबकि 70 से अधिक लोगों की निःशुल्क नेत्र जांच की गई। शिविर के दौरान चिकित्सा टीम द्वारा लोगों को स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक परामर्श भी दिया गया। आयोजन को लेकर क्षेत्र में उत्साह का माहौल देखने को मिला।
मानव सेवा संस्था द्वारा किए गए इस सराहनीय कार्य की स्थानीय लोगों एवं अतिथियों ने भूरी-भूरी प्रशंसा की और भविष्य में भी इस तरह के आयोजन जारी रखने की अपील की।
कार्यक्रम में उपस्थित मानव सेवा संस्था के सदस्यगण
शुभम कुमार उर्फ गोलू (अध्यक्ष)
जीतू महतो (सचिव)
विकास कुमार (कोषाध्यक्ष)
प्रदीप कुमार उर्फ रोशन (संस्थापक)
प्रमोद कुमार सिंह (मुख्य संरक्षक)
अरुण कुमार जैन
राम दुलर्भ सिंह मुंडा
स्वरूप भट्टाचार्य (संरक्षक)
नितीश पांडेय
शिवनारायण महतो
निर्मल महतो
दिवाकर महतो
विजय कुमार
अर्जुन महतो
राम महतो
दिलीप महतो
रंजन कुमार (उपाध्यक्ष)
साथ ही संस्था के सभी सदस्य एवं पूरी टीम आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय रूप से मौजूद रही।
साहिबगंज। शहर में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित, सुरक्षित एवं पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से जिला परिवहन पदाधिकारी, साहिबगंज द्वारा टोटो, ई-रिक्शा एवं ऑटो चालकों को चालक पहचान पत्र (आई.डी कार्ड) का वितरण किया गया।
इस अवसर पर जिला परिवहन पदाधिकारी मिथिलेश कुमार चौधरी ने बताया कि शहर में संचालित सभी ऑटो, टोटो एवं ई-रिक्शा चालकों को निर्धारित ड्रेस कोड के साथ आई.डी कार्ड पहनकर तथा वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ वाहन संचालन करने का निर्देश दिया गया है। इस पहल से आम नागरिकों को सुरक्षित एवं भयमुक्त आवागमन में सुविधा मिलेगी तथा चालकों की पहचान सुनिश्चित होगी।
उन्होंने जानकारी दी कि साहिबगंज नगर क्षेत्र में लगभग 400 ई-रिक्शा चालकों द्वारा नगर पालिका कार्यालय, साहिबगंज में आई.डी कार्ड हेतु आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनका आई.डी कार्ड बनकर तैयार हो चुका है। जिन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस बना हुआ है, उन्हें मौके पर ही आई.डी कार्ड प्रदान कर दिया गया है। वहीं, जिन टोटो, ई-रिक्शा एवं ऑटो चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस अभी नहीं बना है, उन्हें लाइसेंस हेतु आवेदन करने के पश्चात जिला परिवहन कार्यालय, साहिबगंज से आई.डी कार्ड निर्गत किया जाएगा।
जिला परिवहन पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि टोटो एवं ई-रिक्शा चालकों के लिए नीले रंग का ड्रेस कोड तथा ऑटो चालकों के लिए खाकी रंग का ड्रेस निर्धारित किया गया है। सभी चालकों को ड्रेस कोड, आई.डी कार्ड एवं वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही वाहन चलाना अनिवार्य होगा। बिना ड्रेस कोड, आई.डी कार्ड अथवा ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाते पाए जाने पर संबंधित चालकों के विरुद्ध मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान एवं विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर जिला सड़क सुरक्षा प्रबंधक नीरज कुमार साह एवं आई.टी सहायक राजहंस सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।