
रांची। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि आधुनिक भारत की जब भी कल्पना की जाती है, उसमें इंजीनियरों की भूमिका हमेशा अग्रणी रही है। आप सभी के योगदान से ही आधुनिक झारखंड का निर्माण संभव है। हमारी सरकार को आपसे उम्मीद है और भरोसा है कि आप बिना किसी समझौते के ऐसे स्ट्रक्चर बनाएंगे, जो आने वाली पीढ़ियों तक मजबूती से खड़े रहें।
वह सोमवार को भारत रत्न श्री मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की 164वीं जयंती के अवसर पर आयोजित 58वां अभियंता दिवस समारोह कार्यक्रम में बोल रही थीं।
मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि भारत में 15 सितंबर को मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया, जिन्हें देश के महानतम इंजीनियरों में से एक माना जाता है, की स्मृति और श्रद्धांजलि के रूप में इंजीनियर्स डे मनाया जाता है। इंजीनियरिंग और समाज के विकास के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान और नवाचारों के कारण विश्वेश्वरैया को भारतीय इंजीनियरिंग का जनक भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि आज के युवा इंजीनियर्स एम. विश्वेश्वरैया के आदर्शों को अपनाकर झारखंड के सशक्त, आधुनिक और आत्मनिर्भर भविष्य के निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाएँ।
कार्यक्रम में शहरी विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार तथा पेयजल एवं स्वच्छता, उत्पाद एवं मद्यनिषेध विभाग मंत्री योगेंद्र प्रसाद भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दोनों मंत्रियों ने अभियंताओं की भूमिका को राज्य की आधारभूत संरचना, स्वच्छ जलापूर्ति, आवास और शहरी विकास से जोड़ते हुए उनके योगदान की सराहना की।
समारोह में अभियंताओं की समाज-निर्माण, नवाचार और सतत विकास में भूमिका पर प्रकाश डाला गया। और अभियंताओं के तकनीकी ज्ञान, सामाजिक प्रतिबद्धता और झारखंड के सर्वांगीण विकास में योगदान की सराहना की गई।

रांची । धरती पर "भगवान" के रूप में आपकी नियुक्ति हो रही है। आपसे इस राज्य की गरीब, कमजोर और असहाय जनता को काफी आशा और उम्मीदें हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप अपनी सेवा भावना से यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत और बेहतर करेंगे। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज झारखंड मंत्रालय में स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे । इस अवसर पर उन्होंने 160 सहायक प्राध्यापकों, दन्त चिकित्सकों एवं चिकित्सा पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य संरचना मजबूत करने की दिशा में चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति एक बड़ा कदम है।
आपकी संवेदनाएं धरातल पर दिखनी भी चाहिए
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त चिकित्सा पदाधिकारियों से कहा कि आपने अपने कैरियर के रूप में स्वास्थ्य के क्षेत्र को चुना है। आपको बेहतर भविष्य बनाने के लिए आगे भी कई अवसर मिलेंगे। मेरा मानना है कि स्वास्थ्य एक ऐसा क्षेत्र है, जहां आपकी सेवाएं काफी मायने रखती है। आप जिस सोच के साथ इस क्षेत्र में आए हैं , वैसे में यहां की गरीब और असहाय जनता के प्रति आपकी संवेदनाएं होनी चाहिए। इतना ही नहीं, यथार्थ में संवेदनाएं दिखनी भी चाहिए, ताकि इसका लाभ यहां के लोगों को मिल सके।
सीमित संसाधनों में भी काफी कुछ किया जा सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास संसाधन सीमित है। लेकिन, इन सीमित संसाधनों के बीच भी करने के लिए काफी कुछ है , बस इसके लिए उसे करने का जुनून होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों को जितना इलाज की जरूरत है, उतना ही आपकी संवेदना और सेवा की भी । आप अपने व्यवहार और प्रभाव से मरीजों को काफी हद तक बेहतर माहौल दे सकते हैं।
आपके सहयोग से बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था बनाना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में नित्य नई चुनौतियां आ रही हैं। इसके लिए चिकित्सा के क्षेत्र बेहतर करने के लिए निरंतर अनुसंधान भी हो रहे हैं। इस दिशा में चिकित्सकों की काफी अहम भूमिका है। सरकार ने भी एक ऐसी व्यवस्था बनाई है, जिसमें आप सभी का सहयोग लेकर स्वास्थ्य संरचना को मजबूत करना है, ताकि लोगों को बेहतर इलाज के लिए संसाधन और सुविधाएं मिल सके।
समस्या हम पैदा कर रहे हैं, समाधान भी हमें ही निकालना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नई-नई बीमारियां सामने आ रही हैं। लोग अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। मेरा मानना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐसी समस्याएं मनुष्य द्वारा ही पैदा की जा रही है। ऐसे में इसका समाधान भी हम सभी को मिलकर करना है। मुख्यमंत्री ने इस सिलसिले में कोविड-19 का जिक्र करते हुए कहा कि इस बीमारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। इस बीमारी की न कोई दवा थी और न ही कोई इलाज। लेकिन, हमारी सरकार बेहतर प्रबंधन के जरिए इस चुनौती से निपटने में कामयाब रही।
बेहतर कार्य करने वाले चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों को सम्मानित करें
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि वह स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य के अलग-अलग इलाकों में पदस्थापित चिकित्सकों के कार्यों और सेवाओं का आकलन कर बेहतर कार्य करने वालों को सम्मानित किए जाने की परंपरा शुरू करे। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे अपना बेहतर देने के लिए प्रेरित होंगे।
160 चिकित्सकों को मिला नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में 160 चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इनमें जेपीएससी द्वारा नियुक्त 54 सहायक प्राध्यापक, एनएचएम के द्वारा अनुबंध पर नियुक्त 55 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी, 38 चिकित्सा पदाधिकारी तथा 13 दंत चिकित्सक शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, अभियान निदेशक , एनएचएम शशि प्रकाश झा, एमडी , जेएमएचआईडीपी अबु इमरान एवं स्वास्थ्य विभाग की विशेष सचिव डॉ नेहा अरोड़ा मौजूद थीं।

रांची : राज्य में सरकारी डॉक्टरों की कमी को दूर करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राजधानी रांची स्थित झारखंड मंत्रालय (प्रोजेक्ट भवन) में 170 डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इनमें से 70 डॉक्टरों की नियुक्ति झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) के माध्यम से की गई है, जबकि 100 डॉक्टरों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत अनुबंध पर नियुक्त किया गया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि अंतिम व्यक्ति तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचे और इसके लिए चिकित्सकों की नियुक्ति लगातार की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत और सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रणाली विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है।
पहली बार इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों की नियुक्ति
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस ऐतिहासिक अवसर को झारखंड के लिए “सबसे बड़ा दिन” करार दिया। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों की नियुक्ति हुई है। यह स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि “अब समय है कि डॉक्टरों को सम्मान मिले, उनका मनोबल बढ़े। मैंने पिछले सात महीनों में इस दिशा में एक लंबी लकीर खींची है। डॉक्टरों की प्रतिष्ठा बहाल करना हमारा उद्देश्य है।”
डॉ. अंसारी ने आगे बताया कि स्वास्थ्य विभाग में कुल 10,000 कर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि “हमारा प्रयास है कि हर गांव, हर पंचायत तक डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचें। लोग महसूस करें कि झारखंड में भी एक मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था मौजूद है।”
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आने वाले समय में रिम्स-2 की स्थापना के साथ-साथ छह नए मेडिकल कॉलेज भी खोले जाएंगे। जब तक मेडिकल कॉलेज नहीं बनते, तब तक डॉक्टर तैयार नहीं होंगे। इसलिए शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों को समान रूप से सशक्त किया जा रहा है। साथ ही, रांची समेत राज्य के सभी सदर अस्पतालों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा मिल सके। डॉ. अंसारी ने कहा कि “एक डॉक्टर 10,000 लोगों को स्वास्थ्य सेवा दे सकता है, ऐसे में 170 डॉक्टरों की नियुक्ति लाखों लोगों को राहत पहुंचाने वाली है।
यह नियुक्ति पत्र वितरण न केवल झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई दिशा देगा, बल्कि आम जनता में विश्वास भी जगाएगा कि सरकार उनके स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है।

रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से पंजाबी- हिन्दू बिरादरी दशहरा कमेटी, मोरहाबादी तथा श्री दुर्गा पूजा एवं रावण दहन समिति अरगोड़ा के प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार मुलाकात की। मौके पर उन्होंने ने मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन को आगामी 2 अक्टूबर को रांची के मोरहाबादी मैदान एवं अरगोड़ा में आयोजित होने वाले रावण दहन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सह परिवार सहित सम्मिलित होने हेतु सादर आमंत्रित किया। मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “विजयादशमी" का यह आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ा हुआ है, बल्कि यह सामाजिक एकता, भाईचारे और सामूहिक उत्सव का भी प्रतीक है। ऐसे अवसर समाज में समरसता, सौहार्द और सकारात्मक वातावरण का निर्माण करते हैं। मुख्यमंत्री ने आयोजकों को उत्सव की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं और राज्य वासियों के जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर पंजाबी- हिन्दू बिरादरी दशहरा कमेटी, मोरहाबादी के अध्यक्ष सुधीर उग्गल, पूर्व अध्यक्ष राजेश खन्ना, महासचिव राजेश मेहरा, वरीय उपाध्यक्ष रणदीप आनंद एवं दुर्गा पूजा एवं रावण दहन समिति, अरगोड़ा के अध्यक्ष पंकज कुमार साहू, कोषाध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद साहू, वरीय उपाध्यक्ष पंचानंद कुमार, कंचन साहू, रवि साहू मौजूद थे।

रांची। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, राँची, मंजूनाथ भजन्त्री ने जिले के सभी किसान बंधुओं से अपील की है कि वे बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ-2025 की अधिसूचित फसलों अगहनी धान और भदई मक्का का बीमा कराकर अपनी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित करें। इस योजना के तहत किसान मात्र एक रुपये के टोकन प्रीमियम जमा करके प्राकृतिक आपदाओं, असामान्य वर्षा, सूखा, कीट, रोग आदि से होने वाले नुकसान से अपनी फसलों को सुरक्षित कर सकते हैं।
बीमा कराने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 तक विस्तारित
किसान भाई-बहन अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र या बैंक शाखा में आवश्यक दस्तावेज जमा कर आसानी से पंजीकरण करा सकते हैं। यह योजना किसानों की आय को स्थिर और सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उपायुक्त ने सभी किसानों से समय रहते इस योजना का लाभ उठाने का आग्रह किया है।
आवश्यक दस्तावेज:
(1) आधार कार्ड (पहचान प्रमाण)
(2) खसरा/खतियान (जमीन के मालिक होने का प्रमाण)
(3) बैंक पासबुक (बैंक खाता और IFSC कोड)
(4) भूमि रजिस्ट्रेशन प्रमाण (भूमि की वैधता)
(5) वंशावली (पारिवारिक अधिकार का प्रमाण)
(6) स्वघोषणा पत्र (स्वयं द्वारा प्रमाणित विवरण)
क्लेम (मुआवजा) प्रक्रिया:
(1) असफल बुआई (Prevented Sowing):
यदि बाढ़ या सूखे के कारण किसी क्षेत्र में 75% से अधिक क्षेत्र में बुवाई नहीं हो पाती, तो प्रत्येक बीमित किसान को उनके बीमित क्षेत्र की 25% राशि मुआवजे के रूप में प्रदान की जाएगी।
(2) फसल कटाई के बाद नुकसान:
यदि कटाई के बाद खेत में रखी फसल को ओलावृष्टि, बेमौसम बारिश, चक्रवात आदि से नुकसान होता है, तो किसान 72 घंटे के भीतर 14447 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
(3) फसल कटाई के आधार पर:
फसल की पैदावार के आधार पर नुकसान का आकलन कर मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
उपायुक्त ने किसानों से अनुरोध किया है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और अपनी मेहनत को सुरक्षित करें। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी प्रज्ञा केंद्र, बैंक शाखा से संपर्क करें।

रांची। अजय कुमार ,अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि झारखंडी व्यंजनों का इंपैक्ट ग्लोबल हो इसके लिए व्यंजनों के बनाने की विधि सोशल मीडिया पर डालें ताकि पूरे भारतवर्ष सहित विदेशों में लोग इसे अपनायें । 100 से भी ज्यादा झारखंडी व्यंजन हैं जिसे बनाने में ग्रामीण महिलाओं की बड़ी भूमिका है। सोशल मीडिया के माध्यम से इसका ग्लोबल इफेक्ट्स होगा। वह गुरुवार को 8वें राष्ट्रीय पोषण माह शुभारंभ कार्यक्रम में बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का कल राज्यस्तरीय शुभारंभ किया है जो 2 अक्टूबर तक चलेगा। यह स्वास्थ्य जांच अभियान राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम की सफलता की जिम्मेवारी ग्रामीण स्तर पर कार्य करने वाली आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहियाओं पर है। उन्हें ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्रों पर ले जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच करानी है। यह कार्यक्रम माता बहनों पर फोकस है। जांच के बाद उन्हें दवाइयां भी मुफ्त उपलब्ध कराई जाएंगी।
शिशु मृत्यु दर और मातृत्व मृत्यु दर के मामले में हम राष्ट्रीय औसत से बेहतर स्थिति में
अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में बेशक डॉक्टर्स की कमी है उसके बाद भी झारखंड राज्य शिशु मृत्यु दर एवं मातृत्व मृत्यु दर के मामले में राष्ट्रीय औसत से बेहतर स्थिति में हैं। जबकि संस्थागत प्रसव के मामले में हम पीछे हैं, जिसमें सुधार करने की जरूरत है। पोषण माह में सभी जिला के समाज कल्याण पदाधिकारी, स्वास्थ्य चिकित्सा पदाधिकारी और आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहियाओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। सभी को एक साथ मिल कर 15 दिन काम करना हैं। इस दौरान झारखंड में हर दिन 4000 कैम्प लगाए जाएँगे । उन्होंने कहा कि पोषण माह में इस बात पर फोकस रहेगा कि खुद को स्वस्थ रखने के लिए किन किन खाद्य पदार्थों का उपयोग कम करें और हेल्दी डाइट में क्या क्या लें? उन्होंने चीनी, मैदा और तेल जैसे पदार्थों के सेवन को कम करने की बात कही। अपनी थाली में इसकी मात्रा कम कर सकते हैं तो ये आपके स्वाथ्य के लिए महत्वपूर्ण होगा । अपनी थाली में सभी प्रकार के रंग के सब्जी एवं फलों को शामिल करें । महिलाओं को समझना होगा की आप किस प्रकार से अपने आहार में पौष्टिक आहार को शामिल कर सकती हैं । आप स्वस्थ रहेंगी तो आपके बच्चे भी स्वस्थ रहेंगे। झारखंड में ये और भी ज्यादा जरूरी है क्योंकि यहां कुपोषण और एनीमिया जैसी समस्याएं हैं। इसलिए जन्म के समय से ही माताएं बच्चों को अपना दूध पिलायें तो इससे बचा जा सकता है । उन्होंने आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहियाओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों में जागरूकता फैलायें क्यूंकि आपकी पहुंच सभी परिवार और घरों तक है ।
बिना ‘स्वस्थ महिला’के स्वस्थ भारत ,स्वस्थ झारखंड की कल्पना नहीं: श्री मनोज कुमार
मनोज कुमार ,सचिव समाज कल्याण विभाग ने कहा हमे विकसित झारखंड बनाना है और बिना महिलाओं के बेहतर स्वास्थ के स्वस्थ भारत ,स्वस्थ झारखंड की कल्पना नहीं कर सकते हैं। आधी आबादी का स्वास्थ्य बेहतर हो इसी के तहत यह अभियान चलाया जा रहा है । झारखंड का प्रदर्शन बीते अन्य राष्ट्रीय पोषण माह अभियान में बेहतर प्रदर्शन रहा है । सभी , आंगनबाड़ी सेविका ,सहिया दीदी , स्वास्थ्य कर्मचारी का बेहतर प्रदर्शन रहा है । इस वर्ष सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका से भी बेहतर प्रदर्शन की आशा की जाती है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जाँच में सभी आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका की भूमिका महत्वपूर्ण है । वे अपने क्षेत्र की महिलाओं को निकट के स्वास्थ्य केंद्रों में ले जाए और उनकी प्रत्येक जाँच करायें। ज़रूरत पड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल में रेफेर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 6 बेसिक थीम पर काम करना है। झारखंड में लोग संपूर्ण आहार का सेवन करें इस पर जोर देना है । लोकल फ़ूड को अपने व्यंजन में शामिल करना है । अपनी थाली को हरा भरा करना है। सभी प्रकार के ग्रीन वेजिटेबल को शामिल करना है । पोषण ट्रैकर को अपडेट करते रहना है । होम विजिट में महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी बताना है कि महिलाओं के स्वास्थ्य में उनका योगदान अहम है । इसी कार्यक्रम के दौरान खूंटी और रामगढ़ की 2 सहायिकाओं को 21000-21000 और 10000 की राशि का चेक लोकल फ़ूड व्यंजन प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन हेतु दिया गया है | शक्कर और तेल की मात्रा को रोजाना भोजन में कम करने तथा पोषण की पांच सूत्र एवं पहले हजार दिन की पोस्टर विमोचन किया गया |

साहिबगंज। जिले के नगर थाना अंतर्गत सूर्या सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में एक 25 वर्षीय महिला रिंकी देवी पति ललन कुमार यादव की मौत के बाद हंगामा हो गया। रिंकी देवी आईवीएफ उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती थी और उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी मौत साधारण नहीं थी, बल्कि हत्या थी। परिजनों का कहना है कि उन्हें 4 बजे पता चला कि रिंकी देवी की मौत हो गई है, लेकिन जब वे अस्पताल पहुंचे, तो पुलिस पहले से ही मौजूद थी और अस्पताल के अधिकारी दरवाजा बंद करके बैठे थे।
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें बच्चों से मिलने नहीं दिया गया और अस्पताल पर "मौत का धंधा" चलाने का आरोप लगाया। प्रशासन के आलाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और परिजनों को शव सौंप दिया गया। जहां गुरुवार देर शाम रिंकी देवी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
परिजनों ने कहा 1 वर्ष में चार प्रसूति महिला की हो चुकी है मौत
सूर्या सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में महिला की मौत के बाद महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि यहां पर बेहतर इलाज नहीं किया जाता है अब तक एक वर्ष के अंदर चार प्रसूति महिलाओं की मौत हो चुकी है
न्याय की मांग को लेकर थाना में दर्ज कराएंगे प्राथमिकी
प्रसूति महिला रिंकी देवी की मौत के मामले में परिजनों ने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मौत हुई है इस मामले में नगर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई जाएगी।

चतरा। जिले के टंडवा थाना अंतर्गत एक व्यक्ति को धार दार हथियार से मौत के घाट उतार दिया गया था। मामले वादिनी रेखा देवी उम्र करीब 40 वर्ष पति स्व0 नन्दकिशोर साव ग्राम बरकुटे, थाना टंडवा, जिला चतरा के लिखित आवेदन के आधार पर टंडवा थाना कांड सं0 – 91/25 दिनांक – 22.05.2025 धारा – 103(1)/ 238/ 3(5) भा0न्या0सं0 के अतर्गत अज्ञात अपराधकर्मियों के विरूद्ध वादिनी के पति स्व0 नन्दकिशोर साव का धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या करने तथा शव को कुआँ में डाल देने के आरोप मे प्रतिवेदित कराया गया है । इस कांड के सफल उदभेदन हेतु पुलिस अधीक्षक चतरा के द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, टण्डवा के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया । गठित टीम के द्वारा गहन छानबीन एवं सभी पहलुओ पर जाँचोपरांत घटना मे संलिप्त अप्राथमिकी अभियुक्त (1) भरोसी साव उम्र 58 वर्ष पिता स्व0 जयराम साव, (2) पुनम देवी उम्र 52 वर्ष पति भरोसी साव, (3) अंकित कुमार साहु, उम्र 28 वर्ष पिता पिता भरोसी साव, (4) जयप्रकाश साहु, उम्र 45 वर्ष पिता सोहर साव, चारो ग्राम बरकुट्टे, थाना टण्डवा, जिला चतरा को गिरफ्तार कर इनके निशानदेही पर हत्या करने में प्रयुक्त लोहे का एक हथौडी एवं एक चिलोह को बरामद कर जप्त किया गया है । गिरफ्तार अभियुक्तो ने अपने अपराध स्वीकारोक्ति बयान मे मृतक नन्दकिशोर साव का भरोसी साव के पत्नी के साथ अवैध संबंध रहने के कारण घटनाकारित करने की बात बताये । गिरफ्तार 04(चार) अभियुक्तो को आज दिनांक- 17.09.2025 को न्यायिक हिरासत मे भेजा गया है, अनुसंधान जारी है ।
जप्त /बरामद सामान / प्रदर्श विवरण :—
1. लोहे का एक हथौडी,
2. लोहे के एक चिलोही (बैठी)
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता :—
(1) भरोसी साव उम्र 58 वर्ष पिता स्व0 जयराम साव ( मृतक का भाई),
(2) पुनम देवी उम्र 52 वर्ष पति भरोसी साव ( मृतक का भाभी),
(3) अंकित कुमार साहु, उम्र 28 वर्ष पिता पिता भरोसी साव ( मृतक का भतीजा),
(4) जयप्रकाश साहु, उम्र 45 वर्ष पिता सोहर साव ( मृतक का भतीजा) चारो ग्राम बरकुट्टे, थाना टण्डवा, जिला चतरा
छापामारी दल मे शामिल सदस्य :—
1. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, टण्डवा
2. पु0नि0 सह थाना प्रभारी टंडवा अनिल उराँव
3. पु0अ0नि0 दिलेश्वर कुमार, टंडवा थाना
4. पु0अ0नि0 शिवमणी पासवान, टंडवा थाना ।
5. स0अ0नि0 सौरभ कुमार, टण्डवा थाना ।
6. टंडवा थाना रिजर्व गार्ड के सशस्त्र बल ।

रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार एवं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बुधवार को सदर अस्पताल, रांची में आयोजित “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के राज्य स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त समाज की नींव रखती है। महिलाओं की भूमिका समाज में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। एक स्वस्थ नारी ही परिवार और समाज को सशक्त बना सकती है। हमारी सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को अपनी प्राथमिकता मानती है। महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और जागरूकता को लेकर सरकार निरंतर प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आगे कहा कि जब महिलाएँ स्वस्थ और सुरक्षित होंगी तो परिवार मजबूत होगा और आने वाली पीढ़ी भी स्वस्थ और सशक्त बनेगी। हमारी सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है, क्योंकि महिला ही परिवार और समाज की आधारशिला है।
महिलाएँ आज आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से मजबूत हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएँ आज पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर समाज के हर क्षेत्र में अग्रसर हैं। महिलाएँ आज आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से निरंतर आगे बढ़ रही हैं। रोजगार और उद्यमिता के क्षेत्र में महिलाएँ अपनी सक्रिय भागीदारी से आत्मनिर्भरता की नई मिसाल पेश कर रही हैं। स्वरोजगार योजनाओं, स्वयं सहायता समूहों और सरकारी नीतियों का लाभ उठाकर वे अपने परिवार की आय बढ़ाने के साथ-साथ समाज के आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही हैं। सामाजिक क्षेत्र में महिलाएँ जागरूकता, नेतृत्व और सहभागिता की भूमिका निभा रही हैं। पंचायतों से लेकर उच्च पदों तक उनकी उपस्थिति समाज को नई दिशा दे रही है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की ठोस पहल
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि जब महिलाएँ सशक्त होंगी तभी समाज और राज्य मजबूत होगा। इसी उद्देश्य से सरकार ने महिलाओं के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न योजनाएँ लागू की हैं। जिनमें नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, मातृत्व लाभ योजनाएँ, पोषण आहार वितरण, किशोरियों के लिए स्वास्थ्य व स्वच्छता अभियान और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के प्रयास शामिल हैं। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिला स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि समय पर जाँच और उपचार उपलब्ध कराया जा सके।
शिक्षा के क्षेत्र में छात्रवृत्ति, निःशुल्क शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के जरिए बेटियों को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में मातृत्व लाभ योजनाएँ, पोषण अभियान और निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण जैसी सुविधाएँ दी जा रही हैं।
राज्य की बेटियाँ हर क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू रही
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आगे कहा कि आज हमारी राज्य की बेटियाँ शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलकूद के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू रही हैं। वे केवल राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही हैं। चाहे खेल मैदान हो, शैक्षणिक उपलब्धि हो या चिकित्सा एवं अनुसंधान का क्षेत्र — झारखंड की बेटियाँ अपनी मेहनत और लगन से राज्य का नाम रोशन कर रही हैं। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है।
इस मौके पर माननीय राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी, राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, आदित्य साहू, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी (राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण) सुनील कुमार बर्णवाल,समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण, स्वास्थ्यकर्मी और बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं छात्राएँ उपस्थित रहीं।

खूंटी । मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, मुख्य न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय, न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान एवं माननीय न्यायाधीशगण, झारखंड उच्च न्यायालय की गरिमामयी उपस्थिति में मंगलवार को कचहरी परिसर खूंटी में आयोजित खूंटी, चाईबासा एवं चांडिल के प्रस्तावित विधिज्ञ परिषद भवन (Bar Council Building) का शिलान्यास कार्यक्रम विधिवत रूप से संपन्न हुआ। चाईबासा एवं चांडिल में बनने वाले बार भवन का ऑनलाइन शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि यूं तो आज एक छोटा सा शिलान्यास समारोह आयोजित है, लेकिन इसके मायने बहुत बड़े हैं, इसके कार्य भी बड़े हैं, जिसके माध्यम से राज्य के आम जनों को न्याय प्राप्त होता है।इस प्रक्रिया को चलाने के कई पायदान हैं, कई लोग कार्य करते हैं आज उसी कड़ी में खूंटी, चाईबासा एवं चांडिल में बार भवन का शिलान्यास संपन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजना है कि झारखंड के सभी जिलों में एक सुंदर, स्वच्छ एवं सुव्यवस्थित बार भवन का निर्माण की जाए। आने वाले तीन वर्ष के अंदर सभी जिलों में बार भवन बनकर तैयार हो इसी लक्ष्य के साथ कार्य योजना को मूर्त रूप देने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है।
आधारभूत संरचनाओं को मजबूत कर रही राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ न्यायालय नहीं बल्कि एक ऐसा मंदिर है जहां कि बिना किसी भेदभाव के सभी लोगों को न्याय प्रदान किया जाता है। यह स्वतंत्र रूप से अपने कार्यों को अंजाम देते हुए हमारी संवैधानिक व्यवस्था को और मजबूत बनाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि न्यायिक व्यवस्था में बेंच एवं बार अभिन्न अंग के रूप में कार्य करते हैं एवं आम जन को सुलभ एवं त्वरित न्याय दिलाने तथा उनके मौलिक अधिकारों की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार न्यायिक आधारभूत संरचना के सुदृढ़ीकरण हेतु निरंतर कार्य कर रही है। न्यायिक पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है।
अधिवक्ताओं को पेंशन प्रदान करने वाला झारखंड देश का पहला राज्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यहां के अधिवक्ताओं के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश में पहला राज्य है जहां अधिवक्ताओं को पेंशन देने का कार्य हमारी सरकार कर रही है तथा अधिवक्ताओं के स्वास्थ्य बीमा और स्टाइपेंड की व्यवस्था भी कर रही है। उन्होंने कहा कि जिला न्यायालयों में व्यक्तिगत रूप से कई बार आने जाने का मौका मुझे भी मिला है। हमारी सरकार की सोच है कि न्यायालय परिसर की समस्याओं का समाधान तुरंत होना चाहिए। सरकार इसके लिए कटिबद्ध है।आने वाले समय में स्वतंत्र रूप से न्याय व्यवस्था अपने कार्यों में आगे बढ़े इस निमित्त राज्य सरकार पूर्ण सहयोग करने को सदैव तत्पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आज भगवान बिरसा मुंडा जी की पवित्र धरती से खूंटी, चाइबासा एवं चांडिल में बार भवन के निर्माण हेतु किया जा रहा शिलान्यास कार्य न्यायिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर सांसद कालीचरण मुंडा, विधायक राम सूर्या मुंडा, विधायक सुदीप गुड़िया, महाधिवक्ता राजीव रंजन, न्यायिक एवं प्रशासनिक पदाधिकारीगण, गणमान्य अतिथिगण सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।





