
साहिबगंज: जिला कृषि पदाधिकारी–सह-परियोजना निदेशक, आत्मा प्रमोद एक्का साहेबगंज की अध्यक्षता में जिले में कार्यरत सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधकों के लिए प्रशिक्षण-सह- कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण–सह- कार्यशाला में जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा कृषि से संबंधित विभिन्न योजना यथा-बीज विनिमय एवं वितरण योजना, बिरसा फसल विस्तार योजना, ब्लॉकचेन में किसानों का निबंधन, केसीसी, झारखण्ड कृषि ऋण माफी, मिट्टी नमूना संग्रह, झारखण्ड राज्य मिलेट योजना, प्रति बूँद अधिक फसल आदि योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। जिला कृषि पदाधिकारी-सह- परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधकों को जिला में संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एवं खरीफ फसल क्षति का आकलन कर वैकल्पिक फसल लगाने हेतु प्रतिवेदन तैयार कराया गया।नीति आयोग के तहत आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत सॉइल हेल्थ कार्ड वितरण, सूक्ष्म सिंचाई (प्रति बूँद अधिक फसल), केसीसी, बीज वितरण, फसल आच्छादन एवं फसल बीमा आदि पर विशेष रूप से वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों पर कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त कार्यशाला में उप परियोजना निदेशक, आत्मा ने आत्मा से संचालित विभिन्न योजना- सामान योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन अंतर्गत- दलहन, तेलहन, मोटे अनाज, किसान समृद्धि योजना, डिजिटल क्रॉप सर्वे आदि के बारे में विस्तृत परिचर्चा की गयी।जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा मिलेट मिशन योजना अंतर्गत किसानों का निबंधन में तेजी लाने का निदेश दिया गया, जिससे जिला के अधिकाधिक कृषकों को योजना का लाभ मिल सकें। ज्ञातव्य हो कि मिलेट मिशन योजना के तहत कृषकों को प्रोत्साहन के रूप में 3 हजार प्रति एकड़ की दर से अधिकतम 15 हजार/- की राशि प्राप्त होती है। बैठक में जिला कृषि अभियंता राम प्रकश कुमार, जिला योजना एवं मूल्यांकन पदाधिकारी अरुण कुमार भोगता, उप परियोजना निदेशक, आत्मा मंटू कुमार, जिला परामर्शी, एन एफएसएनएम अजय कुमार पुरी एवं संबंधित प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, बीटीएम एवं एटीएम ने भाग लिया।