रांची। राजधानी रांची के अग्रसेन भवन में डॉ लालचंद बगडिया एक्युप्रेशर संस्थान द्वारा महाराजा अग्रसेन भवन में विगत 8 दिनों से 35 वां एक्युप्रेशर सह चुंबकीय चिकित्सा प्रशिक्षण शिविर चन रहा था । इसके समापन समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉर किरण कुमारी (स्वास्थ्य पदाधिकारी रांची नगर निगम) रांची एवं विशिष्ट अतिथि प्रवीण लोहिया (उपाध्यक्ष- FJCCI सह प्रसिद्ध समाजसेवी) संस्थान के अध्यक्ष रामा शंकर बगड़िया ने गुरु जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया। विशिष्ट अतिथि प्रवीण लोहिया ने कहा कि स्व० डॉ० लालचंद बगड़िया प्रसिद्ध समाजसेवी, कर्मयोगी एवं तपस्वी थे। उनमें दूसरे के सहयोग, समाज और देश की चिंता रहती थी एवं एक्युप्रेशर के माध्यम से स्वस्थ समाज के निर्माण में लीन थे। आज से लगभग 35 वर्ष पूर्व उन्होंने ही रांची ही नहीं, बल्कि पूरी पूर्वी भरत में एक्युप्रेशर चिकित्सा पद्धति का लोकार्पण किया था। रांची झारखंड के साथ-साथ उड़ीसा, बंगाल, आध प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब आदि देश के विभिन्न क्षेत्रों में फैल चुका है। इस विधा से रोगियों को लाभ होता है। उनके आसमयिक निधन के बाद उनके सुपुत्र रामा शंकर बगड़िया इस विधा को तन मन धन से आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं।सभी एक्युप्रेशर के सेवा सार्थीयों को बहुत-बहुत साधुवाद। इस विधा को मैं FICCI एवं संस्थान के साथ मिलकर झारखंड एवं भारत सरकार के आयुष मंत्रालय में सम्मिलित करने का प्रयास करूंगा। मुख्य अतिथि डॉ किरण कुमारी ने कहा कि एलोपैथिक चिकित्सा प्रणाली बहुत ही महंगी है। आज भी गांव एवं पिछड़े क्षेत्रों में चिकित्सा की समुचित व्यवस्था नहीं है। इस विधा से बहुत कम खर्चे, हानि रहित, दवा रहित इलाज संभव है, जो अति आवश्यक है। मैं भी प्रयास करूंगी कि इस विधा का प्रचार प्रसार हो और झारखंड सरकार द्वारा मान्यता मिले।
संस्थान द्वारा वर्ष 2005 से निःशुल्क
संस्थान के अध्यक्ष रामा शंकर बगड़िया ने संस्थान की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान द्वारा वर्ष 2005 से निःशुल्क 2 एक्युप्रेशर चिकित्सा केंद्रो (वर्तमान में लेक रोड पश्चिम स्थित फूलबाबा आश्रम में पातः 7:30 से 10:00 तक एवं डी बी प्लेस, राधा गोविंद थर्ड स्ट्रीट स्थित केंद्र में सायं 3:30 से 5:00 बजे तक लगभग 100 रोगियों का एक्युप्रेशर के माध्यम से निःशुल्क इलाज किया जाता है। संस्थान दद्वारा विगत 20 वर्षों से आज तक एक्युप्रेशर द्वारा लगभग 3,51,685 रोगियों को स्वस्थ किया गया। अभी तक विभिन्न स्थानों पर 61 एक दिवसीय निशुल्क एक्युप्रेशर चिकित्सा शिविरों के माध्यम से लगभग 5, 099 रोगियों की सेवा की जा चुकी है। एक्युप्रेशर के प्रचार प्रसार एवं नए थैरेपिस्टों को प्रशिक्षण देने के क्रम में अभी तक 35 एक्युप्रेशर सह चुंबकीय प्रशिक्षण द्वारा । प्रशिक्षक डॉ० संतोष कुमार झा ने) 857 लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। 21 रक्तदान शिविरों द्वारा 341 यूनिट रक्त संग्रह करके जरूरतमंद रोगियों की सेवार्थ सेवा सदन को समर्पित किया गया है। 1 फरवरी 2009 से निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र नियमित संचालित हो रहा है, जिसमें अभी तक 42,695 रोगि लाभान्वित हो चुके हैं। रामनवमी के शुभ अवसर पर 18 शिविरों के माध्यम से 171 खिलाड़ी भाइयों एवं दर्शनार्थियों का निशुल्क प्राथमिक चिकित्सा की जा चुकी है। संस्थान द्वारा अपने थैरेपिस्टों के आधुनिक शिक्षा विज्ञान की जानकारी हेतु विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टर का सेमिनार भी आयोजित किया जाता है। संस्थान द्वारा सामाजिक कार्य (विभिन्न संस्थाओं के कार्यक्रर्मी में भोजन खिलाने, शोभायात्रा के दौरान आरती, पूजन और स्वागत किया जाता है।
प्रशिक्षण शिविर में 11 प्रशिक्षणार्थियों ने परीक्षा
35 वें प्रशिक्षण शिविर में 11 प्रशिक्षणार्थियों ने परीक्षा दी। जिसमें कमल बगड़िया ने प्रथम, मृणाल शर्मा ने द्वितीय, हिमांशु शेखर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनको मेडल एवं सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण शिविर को सफल बनाने में डॉ० संतोष कुमार झा, ओम प्रकाश अग्रवाल, प्रदीप कुमार चौधरी, अजीत कुमार, डॉ० राजेंद्र प्रसाद, अरविंद कुमार दुबे, विकास टिबडेवाल, गिरीश गोकुलका, मनोज तिवारी, रेखा कुमारी, संतोष खेतान, मीरा कुजूर, नीलू जैन, रेणू डिडवानिया एवं अन्य ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन अजीत कुमार ने किया। सुरोजित दास ने धन्यवाद ज्ञापन किया। अंत में राष्ट्रगान के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ ।