
बोकारो। अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए लगातार संघर्षरत अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं। झारखंड सरकार द्वारा प्रदेश के अधिवक्ताओं को 70 वर्ष की आयु के बाद 14,000 रुपये मासिक पेंशन देने की जो ऐतिहासिक योजना लागू की गई, उसके पीछे अगर किसी एक व्यक्ति का नाम लिया जाय, तो वह हैं बोकारो जिला बार एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह , जब झारखंड के हजारों अधिवक्ता इस योजना का लाभ उठा रहे हैं, तो उनके दिल से निकलने वाली दुआओं में सबसे पहला नाम अधिवक्ता श्री सिंह का ही आता है। करीब दो साल पूर्व जब इस मुद्दे पर कोई गंभीरता से विचार नहीं कर रहा था, तब अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह ने अकेले दम पर यह लड़ाई शुरू की। उन्होंने राज्य के पूर्व विधायक एवं जनप्रिय नेता विनोद कुमार सिंह (बगोदर) से इस विषय में मुलाकात की और उन्हें अधिवक्ताओं की दुर्दशा और उनके भविष्य की अनिश्चितता से अवगत कराया। यही से इस अभियान की एक ठोस रूपरेखा तैयार हुई। विधायक श्री सिंह ने इस मुद्दे को झारखंड विधानसभा में बेहद गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ उठाया, जिसका असर यह हुआ कि सरकार को अधिवक्ताओं के भविष्य को लेकर सोचने के लिए बाध्य होना पड़ा। अंततः सरकार ने अधिवक्ताओं के लिए पेंशन योजना को मंजूरी दी, जो आज एक मील का पत्थर बन चुकी है।अब वही अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह बोकारो जिला बार एसोसिएशन के हाल हीं में आगामी 2 अगस्त को होनेवाले चुनाव में संयुक्त सचिव (प्रशासन) पद के लिए मैदान में हैं। श्री सिंह का कहना है कि अधिवक्ता कल्याण की यह लड़ाई अभी अधूरी है और उनके पास कई ऐसी योजनाएं हैं, जो अगर धरातल पर उतरें तो अधिवक्ताओं के जीवन में एक नया बदलाव आ सकता है।उन्होंने बताया कि उनके एजेंडे में सबसे प्रमुख मुद्दा अधिवक्ताओं के लिए स्थायी और सुलभ आवास की व्यवस्था है। आज भी राज्य के अनेक अधिवक्ता किराए के मकानों में रहने को मजबूर हैं और किसी सामाजिक- सुरक्षा की व्यवस्था से वंचित हैं। अधिवक्ता श्री सिंह इस दिशा में ठोस पहल करना चाहते हैं और इसके लिए वे न केवल बार एसोसिएशन के मंच का उपयोग करेंगे, बल्कि राज्य सरकार के स्तर पर भी प्रभावी संवाद और प्रयास जारी रखेंगे। उनका कहना है कि अधिवक्ता न केवल न्याय व्यवस्था के एक अभिन्न स्तंभ हैं, बल्कि समाज के सजग प्रहरी भी हैं। ऐसे में उनके जीवन की स्थिरता, सुरक्षा और सम्मान के लिए काम करना सिर्फ एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक मिशन है, जिसे वे पूरी निष्ठा से आगे बढ़ा रहे हैं। बोकारो के अधिवक्ता समुदाय में अधिवक्ता विनोद कुमार सिंह के कार्यों को लेकर गहरी प्रशंसा है। अधिवक्ताओं को भरोसा है कि अगर यह पद उन्हें मिलता है, तो वह अधिवक्ता हित में कई नई योजनाएं शुरू कर सकते हैं, जिनका असर लंबे समय तक देखने को मिलेगा। उनके अब तक के संघर्ष और परिणामों को देखते हुए यह चुनाव केवल एक पद की लड़ाई नहीं, बल्कि अधिवक्ता सम्मान और कल्याण की दिशा में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है।