FOLLOW US ON
Breaking News राजनीतिक दलों पर भी लागू हो POSH ऐक्ट | भारत में एक दिवसीय श्रृंखला 21 से जीती, साउथ अफ्रीका को हराया | झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र दूसरे दिन स्थगित | मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पाला बदलने के खेल में राजनीतिक तापमान बढ़ा | भारत और साउथ अफ्रीका विशाखापट्टनम मैच भारत ने जीता | तेजस्वी यादव चुने गए राजद विधायक दल के नेता | इंडिगो एयरलाइंस के द्वारा अवैध रूप से अधिक किराया वसूलने पर देशभर में राजनीतिक गर्ग | बिहार के मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद को लेकर राजनीतिक गर्म | TRI मे आदिवासी समाज की बैठक देश भर से पहुँचे आदिवासी लोग | बिहार के गृह मंत्री बने सम्राट चौधरी कई जगहों पर बुलडोजर कार्रवाई शुरू |
धर्मांतरित ईसाई कभी भी किसी कीमत पर आदिवासी जनजाति नहीं हो सकता है -जनजाति सुरक्षा मंच
December 6, 2025 | 340 Views
धर्मांतरित ईसाई कभी भी किसी कीमत पर आदिवासी जनजाति नहीं हो सकता है -जनजाति सुरक्षा मंच

रांची।  शनिवार को आरोग्य भवन रांची में जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांतीय कार्यालय में जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री  सूर्य नारायण सुरी की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक की गई। इस बैठक में विशेष रूप से 23 नवंबर 2025 को जो चंगाई सभा के विरोध में  दसमाइल चौक पर जतरा मैदान में आयोजित आदिवासी सरना बचाओ महारैली की समीक्षा की गई। आने वाले दिनों में  कार्यकर्ताओं  के द्वारा अपने अपने स्तर से विभिन्न मौजों में भ्रमण कर चंगाई सभा, मुक्ति महोत्सव सभा, मुर्दे उठकर खड़े होने वाले सभा एवं प्रार्थना सभा का पता लगाकर पुरजोर विरोध किया जाएगा। बैठक में संकल्प लिया गया कि धर्मांतरित ईसाई कभी भी किसी कीमत पर आदिवासी जनजाति नहीं हो सकता है। बैठक में जनजाति सुरक्षा मंच के झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश में संगठन की गतिविधियां को बढ़ाने के लिए क्रमबद्ध योजना बनाई जा रही है।

आप भी समय है धर्मांतरित ईसाई जनजाति का आरक्षण का लाभ जितना दिन खाया सो खाया अब जनजाति सुरक्षा मंच किसी भी कीमत पर जनजाति का आरक्षण का लाभ धर्मांतरित ईसाई को खाने नहीं देगा,। धर्मांतरित ईसाई यदि वापस आना चाहे तो  अब भी समय है अपने पूर्वजों का पूजा पाठ रीति रिवाज रूढ़ि प्रथा में पुन वापस आए जाए नहीं तो बाद में फिर समय नहीं मिलेगा ताकि आने वाली नई पीढ़ी अपनी रीति रिवाज परंपरागत व्यवस्था रूढ़ि प्रथा से वंचित न हो।

धर्मांतरण एवं आरक्षण के विरोध में कई प्रदेशों में माननीय उच्च न्यायालयों के द्वारा दिए गए निर्णय पर कानूनी रूप से चिंतन एवं विचार किया गया।

इस बैठक में

संदीप उरांव, मेघा उराँव,सोमा उराँव, जगन्नाथ भगत, एडवोकेट पिंकी खोया, नकुल तिर्की, प्रदीप लकड़ा, बिना उरांव, विशु उराँव, प्रदीप उरांव, अजय कुमार भोक्ता, हिंदूवा उरांव, राजू उराव, दुर्गा उरांव एवं चारवा उरांव व अन्य उपस्थित थे।
 


December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views
December 6, 2025 | 341 Views