
साहिबगंज : जिला सदर अस्पताल के समीप संचालित वन स्टाप सेंटर में रह रही एक नाबालिग से बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अब्दुस सुभान ने छेड़खानी किया था। छेड़खानी का मामला सीडब्ल्यूसी के सदस्य के द्वारा किए गए काउंसलिंग रिपोर्ट में भी आया गया था। उपायुक्त ने जांच किया और सही साबित हुआ और बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अबदुस सुभान को 13 अगस्त को जेल भेज दिया गया। चुकी मामला हाई प्रोफाइल का था। मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंच गई। गुरूवार को एक दिवसीय पर आयोग की तीन सदस्यीय टीम साहिबगंज पहुंची। दोपहर 12 बजे के आसपास टीम वन स्टाप में प्रवेश की। बारी बारी से जानकारी ली गई। पूछताछ में बाल कल्याण समिति के तीन महिला सदस्य ,जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी और पीड़ित नाबालिक लड़की से पूछताछ किया गया। महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रैंस कर बताई कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। पूछताछ में घटना सही पाया गया है। आखिर कब तक बच्ची इस तरह के हैवानियत के शिकार होती रहेगी। बातचीत में रेप करने का प्रयास किया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पद एक जिम्मेंदार पद होता है। बच्चों की सुरक्षा इनके कंधों पर रहती है। इस तरह के पदाधिकारी का नियत खराब रहेगी तो कैसे हमारे समाज की बच्चियां सुरक्षित रहेंगी। वन स्टाप सेंटर से सीसीटीवी फुटेज , सभी सदस्यों से लिखित रूप से रिपोर्ट देने को कहा गया है। आरोपी अब्दुस सुभान भी इस कांड का स्वीकार किया है। एक दिन आदत नहीं होगा। पहले भी इस तरह के कांड करता होगा। जांच की जाएगी।
क्या है मामला---
घटना 6 अगस्त की है। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अबदुस सुभान को कहा कि एक महिला गर्भवती है उसके अभिभावक को जानकारी दे कि उसे लेकर चले जाए। काउंसलिंग रिपोर्ट के अनुसार शाम 7:30 बजे अध्यक्ष गया है और उक्त प्रसूती से जानकारी लेते लेते बगल में खड़ी लड़की से हाल चाल लेने लगा। कंधा पर हाथ रखा। लड़की इसके नियत को भापते हुए दूर जाकर बैठ गई। अपने पास बुलाया । नहीं आने पर ईधर उधर का बात करते करते नजदीक गया और पकड़ लिया। करीब आठ बजे निकल जाता है। सात अगस्त को फिर जाता है। यह बात काउंसलिंग रिपोर्ट में नाबालिग ने बताया है।
कैसे पहुंची नाबालिग
नगर थाना क्षेत्र की नाबालिग कुलीपाड़ी के एक युवक के साथ भागकर शादी कर ली। लड़की पक्ष नगर थाना में केस कर दिया था। बंगाल के मालदा से पहुंचकर युवक नगर थाना में सरेंडर कर दिया। पुलिस बालिक युवक को जेल भेज दिया और नाबालिग लड़की को वन स्टाप सेंटर में अस्थाई तौर पर देख रेख के लिए भेज दिया था। जिसके बाद यहां रह रही थी।
वन स्टाप सेंटर
वन स्टाप सेंटर शोषित ,पीड़ित महिला, लड़की यहां पहुंचती है। इनको देख रेख के लिए सिर्फ पदाधिकारी व कर्मी ही होते है। किसी भी पुरूष का इंट्री पर रोक है। फिलहाल कई पद खाली रहने के बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पुनम कुमारी को केन्द्र प्रशासक बना दिया है। इन्ही के देख रेख में केन्द्र चल रहा है। हालांकि यह सेंटर का जिला समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत आता है। इसमें रहने वाली महिला को निशुल्क में कानूनी सलाह के वकिल दिया जाता है। यहां से प्रयास किया जाता है दो परिवार को जोड़कर बांड के साथ घर भेज दिया जाए। घर उजाडने से बचाया जा सके।
क्या कहा महिला अध्यक्ष ने
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता कुमारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान घटना सही पाया गया है। आरोपित अब्दुस सुभान जेल में है। रिपोर्ट आगे बढ़ाया जाएगा। सदर अस्पताल का निरीक्षण किया जहां कुव्यवस्था का आलम देखा गया। साहिबगंज मंडल कारा में रही रही महिला से मिली। बेहतर सुविधा देने को कहा गया है। शुक्रवार को स्वर्गीय सूर्या हांसदा के परिवार से मुलाकात करुंगी।